पुराने शहर की तरक़्क़ी का मंसूबा और एलानात सिर्फ़ काग़ज़ी कार्यवाईयों की हद तक या फिर अख़्बारी तशहीर तक महदूद होते हैं जिस की कई एक मिसालें मौजूद हैं। पुराने शहर बिलख़ुसूस चारमीनार के अतराफ़ और अकनाफ़ मजलिसे बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद ने अज़ीमुश्शान पैमाना पर पैदल राहरू प्रोजेक्ट का मंसूबा तैयार किया था और इस सिलसिले में अमली इक़दामात का आग़ाज़ भी किया जा चुका था लेकिन प्रोजेक्ट जूं का तूं बरक़रार है और कोई तरक़्क़ीयाती इक़दामात नहीं हो रहे हैं।
इसी तरह ख़िलवत के इलाक़ा में क़दीम ख़ज़ाने आमिरा की जायदाद पर मजलिसे बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद ने हमा मंज़िला पार्किंग कामप्लेक्स की तामीर का एलान किया था लेकिन बावसूक़ ज़राए से मौसूला इत्तिलाआत के बामूजिब इस मंसूबा से बिलकुल तौर पर दस्तबरदारी इख़्तियार करली गई है।
बताया जाता है कि मजलिसे बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद ने बेजा मुदाख़लतों के बाइस चारमीनार पैदल राहरू प्रोजेक्ट से भी दस्तबरदारी इख़्तियार करने का इरादा किया है और प्रोजेक्ट के मुताल्लिक़ मजलिसे बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद के ओहदेदार एच एम डी ए को ज़िम्मेदार क़रार दे रहे हैं जबकि हैदराबाद मेट्रो पोलीटन डेवलप्मेंट अथॉरीटी का कहना है।
कि मजलिसे बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद के इलावा महकमा पुलिस के तआवुन के बगै़र ये काम मुकम्मल नहीं हो सकता। इसी तरह ये दोनों प्रोजेक्ट तात्तुल का शिकार बने हुए हैं।
ख़िलवत में हमा मंज़िला पार्किंग कामप्लेक्स के मुताल्लिक़ बताया जाता है कि इब्तिदा में इस कामप्लेक्स की तामीर और तकमील के लिए जो बजट मुख़तस किया गया था इस में इज़ाफ़ा के बाइस ये काम किसी और एजेंसी के तफ़वीज़ किया गया लेकिन इस एजेंसी को दरकार इजाज़त नामे हासिल ना होने के बाइस इस एजेंसी ने भी काम के आग़ाज़ और तकमील के लिए मुख़तस कर्दा बजट को नाकाफ़ी क़रार देते हुए इस में इज़ाफ़ा की ख़ाहिश की।
कामप्लेक्स की तामीर के आग़ाज़ से क़ब्ल ही दो मर्तबा कामप्लेक्स के बजट में इज़ाफ़ा की दरख़ास्तें मौसूल हुईं जिस से अंदाज़ा होता है कि काम में ताख़ीर के बाइस सूरते हाल यक्सर तबदील हो गई। मजलिसे बल्दिया अज़ीमतर हैदराबाद के एक ओहदेदार ने बताया कि प्रोजेक्ट की अदम तकमील की सूरत में प्रोजेक्ट हासिल करने वाली कंपनी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की भी गुंजाइश है।
लेकिन दोनों प्रोजेक्ट्स के मुआमलात में इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिस का मतलब ये वाज़ेह है कि ख़ुद हुकूमत नहीं चाहती कि प्रोजेक्ट पाए तकमील को पहूंचे।