हैदराबाद३०मई (सियासत न्यूज़) एक ऐसे वक़्त जब सारा शहरख़ास कर पुराने शहर के सल्लम इलाक़े के अफ़राद पीने के पानी केलिए तरस रहे हैं ,महिकमा आ बरसानी की रिवायती लापरवाही और बे हिस्सी से यौमिया बीसियों गैलन पानी यूंही बर्बाद होरहा ही। मुक़ामी ज़राए के मुताबिक़,शहर के बेशुमार मुक़ामात पर पाइपलाइन टूट फूट का शिकार हो चुका है ,जिसके नतीजे में पाइपलाइन से पानी लिकेज होकर जाबजा यूंही बर्बाद हो जाता है ,जबकि दूसरी तरफ़ लोगोंको पानी की बूँद बूँद को तरसना पड़ रहा है ।
हालत ये होगई है कि सल्लम इलाकोंमें बाअज़ अफ़राद को इन फूटे हुए पाइपलाइन से पीने का पानी हासिल करते हुए देखा जा रहा ही(जिसे ज़ीरनज़र तस्वीर में देखा जा सकता है,जो अंसारी रोड की ही) जो इंतिहाई ग़ैर महफ़ूज़ होता है। मुक़ामी अवाम ने बताया कि इन इलाकोंमें या तो तीन चार दिन में एक बार पानी सरबराह किया जा रहा है या फिर ऐसे वक़्त में नल खोला जाता है जब लोमहो ख़वाब होते हैं ,जिस की वजहा से मुताल्लिक़ा इलाक़े के कई एक घराने पानी के हुसूल से महरूम हो जाते हैं।
मुक़ामी अफ़राद ने बताया कि मुदुन ख़ान कॉलोनी बी का जशमा,सैफी कॉलोनी ,रोशन कॉलोनी ,गनटाल शाह ऒ की दरगाह,मुस्तफ़ा नगर अंसारी रोड ,फ़ारूक़ नगर,फ़ातिमा नगर,एवैसी हिल्ज़ ,तीगल कनटा का उक़बा हिस्सा ,नवाब साहिब कनटा के बाअज़ महली,बशारत नगर,रंजन कॉलोनी और इसी तरह दूसरे इलाकोंमें बे शुमार मुक़ामात पर पाइप लिकेज होकर पीने का पानी बर्बाद होरहा ही,और दूसरी तरफ़ लोगों को पीने के पानी केलिए चारचार दिन इंतिज़ार करना पड़ रहा है।
दरअसल शहर में पिछले डेढ़ साल से जारी तरक़्क़ीयाती और तामीरी सरगर्मीयों के बावजूद शहरिया नून हैदराबाद को बुनियादी मसाइल का बदस्तूर सामना करना पड़ रहा है ख़ासकर पानी और डरेंज जैसे बुनियादी मसाइल एक मुस्तक़िल सर दर्द बना हुआहै ।पानी के पाइपलाइन में जा बजा लिकेज से अवाम को कई एक परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। ये एक ऐसा संगीन मसला है जो बरसों से जारी है और इसी तरह मुताल्लिक़ा ओहदेदार भी इस हक़ीक़त से वाक़िफ़ रहने और अवामी शिकायत के बावजूद बरसों से अंजान बने हुए हैं ।
इत्तिला के मुताबिक़ दूध बाओली ,शुक्र गंज,फ़तह दरवाज़ा ,क़ाज़ी पूरा ,ग़ाज़ी बंडा ,अली आबाद ,मिस्री गंज ,किशन बाग़ ,बहादुर पूरा ,बिलाल नगर, काले पत्थर, फूलबाग,जैसे इलाक़ों में भी गली कूचों और सड़कों पर रोज़ाना नल खुलने के औक़ात में पानी बर्बाद होने का मंज़र देखा जा सकता ही।महिकमा आ बरसानी के ओहदेदारों का इस्तिदलाल है कि शहर में जारी तामीराती सरगर्मीयों में मसरूफ़ अफ़राद इस के ज़िम्मा दाराएं जो बे एहतियाती से खुदाई से के दौरान पाइपलाइन को तोड़फोड़ डालते हैं और फिर जैसे तैसे बंद करके ऊपर से समनट डाल देते हैं,जो बाद में प्रैशर की वजह से फुट पड़ ताहे औरपानी गली कूचों में बहता रहता है।
जबकि मुक़ामी अफ़राद का कहना है कि वो इन वजूहात से इनकार नहीं कर सकते मगर पानी लिकेज होने के अहम वजूहात में इन पाइपों की ख़स्ता हाली भी ज़िम्मा दार है जिसे बहुत पहले बिछा या गया है ,जिसे फ़ौरी तौर पर तबदील करने या कम-अज़-कम उसकी मुरम्मत करने सख़्त ज़रूरत है।
जहां तक कम प्रैशर का मुआमला है ,तो इस मुआमले में लिकेज से ज़्यादा मुताल्लिक़ा लाइनमैन की कारस्तानी का अमल दख़ल भी ज़िम्मादार है।गंटा शाह ऒ की दरगाह के साकन मुहम्मद ताहिर का कहना है कि , सिर्फ लिकेज की वजह से रोज़ाना कई गैलन पानी बर्बाद होता रहता है ,एक तरफ़ चार चार दिन पानी नहीं आता तो दूसरी तरफ़ पाइप लिकेज ,ज़ाहिर है इस क़दर मिक़दार में पानी बर्बाद होगा तो प्रैशर में कमी होना लाज़िमी है ।मुक़ामी अवाम ने मुताल्लिक़ा ओहदेदारों से मुतालिबा किया है कि वो जल्द से जल्द इस मसले पर तवज्जा देते हुए अवाम की परेशानीयों को दूर करने की कोशिश करें।
मेहनत और दियानतदारी के सहारे तरक़्क़ी की ज़िंदा मिसाल श्री साई बाबा स्टील पैलेस
हुसैनी इलम की कमान से मुत्तसिल हैदराबाद में एक दो मंज़िला शानदार शोरूम ही सिरी साई बाबा स्टील पैलेस जहां घरेलू ज़रूरीयात की हर शए इंतिहाई वाजिबी दाम पर दस्तयाब है। ये शानदार शोरूम अपने मालिक जनाब गंदुम रामानंद साहिब की सख़्त मेहनत और दियानतदारी की ज़िंदा मिसाल है जिन्हों ने बगै़र किसी सरमाया के अपना कारोबार शुरू किया।
वो माहाना 80 रुपय तनख़्वाह पर 1960-ए-में आर टी सी में मुलाज़िम हुई, चूँकि आमदनी अख़राजात के लिए काफ़ी नहीं थी उन्हों ने माहाना सेविंग्स स्कीम का आग़ाज़ किया। स्कीम के कार्ड छपवाने के लिए भी उन के पास रक़म नहीं थी, उन्हों ने प्रैस से नमूनों के मुफ़्त कार्ड्स हासिल किए और स्कीम शुरू करदी। इन कार्ड्स को बाद में कार्ड्स छपवाकर तबदील कर दिया।
दियानतदारी से कारोबार करने पर इस में दिन बह दिन तरक़्क़ी हुई चुनांचे आर टी सी में 15साल ख़िदमात अंजाम देने के बाद उन्हों ने मुलाज़मत से रज़ाकाराना सुबकदोशी हासिल की और हुसैनी इलम में साई बाबा स्टील पैलेस क़ायम किया। वज़ीफ़ा याब मुलाज़मीन की ख़िदमात हासिल करके उन से घर घर तशहीर करवाई।
बाद में स्कीम में तौसीअ देते हुए स्कूली तलबा के चार आना बचत स्कीम के कार्ड्स शुरू की। स्कीम की मुद्दत के इख़तताम पर अदा की जाने वाली यकमुश्त रक़म तलबा के किताबों, कापियों, स्कूल बयागस वग़ैरा के लिए इस्तिमाल की जाती थी। अगनदम रामानंद साहिब पर वैसे ही हक़ जमाती हैं जैसे बेटियां अपने वालिद पर जमाया करती हैं।
जनाब रामा ननदम की बेलौस और मुस्तक़िल ख़िदमात पर उन्हें ग्लोबल इकनॉमिक कौंसल का राष्ट्रीय रतन ऐवार्ड भी हासिल होचुका है, लेकिन जनाब रामाननदम आज भी अपने ग्राहकों के एतिमाद, ख़ुलूस और मुहब्बत को अपना हक़ीक़ी ऐवार्ड समझते हैं जिस ने मामूली पैमाना पर आग़ाज़ किए हुए कारोबार को सिरी साई बाबा स्टील पैलेस के शानदार शोरूम में बदल दिया, घड़ियां, अलमारीयां, वाटर कूलर, रेफ्रीजरेटर, अर कूलर, एयरकंडीशनड, वाशिंग मशीन, स्टील की तमाम मसनूआत, पकवान की ज़रूरत की तमाम मसनूआत, उल-ग़र्ज़ घरेलू ज़रूरत का तमाम सामान दस्तयाब है। अक़सात पर स्कीम के ज़रीया भी सामान की फ़राहमी का सिलसिला जारी है।तफ़सीलात के लिए फ़ोन नंबर 24578260है।