नुमाइंदा ख़ुसूसी काला पत्थर बिलाल नगर में डेंगू बुख़ार से मुतास्सिर 3 बच्चे पाए गए । आप को याद होगा कि पिछले हफ़्ता रोज़नामा सियासत में इसी इलाक़ा में पाए जाने वाले खुले नालों की एक रिपोर्ट शाय की गई थी । हुकूमत को तवज्जा भी दिलाई गई थी । काला पत्थर बिलाल नगर में 3 बच्चे जान लेवा मर्ज़ डेंगू से मुतास्सिर हैं जिन का ईलाज दुरे शहवार हॉस्पिटल में होरहा है । मुक़ामी लोगों की नुमाइंदगी पर आज जी ऐच एमसी के आला ओहदेदारों ने यहां का दौरा किया । मरीज़ों से घर घर जाकर मुलाक़ात की इन ओहदेदारों ने दर शहवार हॉस्पिटल का भी दौरा किया । जी ऐच एमसी चीफ़ मैडीकल ऑफीसर डाक्टर शालिनी देवी , डाक्टर जोज़िफ डी अजी ऐच एमसी के सीनईर इंट्रो मालो जस्ट और लक्ष्मी रेड्डी सीनईर इंट्रो मालो जस्ट साउथ ज़ोन ( जी ऐच एमसी ) इस टीम में शामिल थे । समाजी कारकुनों के वफ़द को इलाक़ा का तफ़सीली दौरा किराया गया जिन्हों ने बताया कि आवारा कुत्तों और मच्छरों की कसरत इस इलाक़ा में है जहां के नाले खुले हैं जी ऐच एमसी के नुमाइंदा ने इस बात का एतराफ़ किया कि मच्छर मारने की मशीनों की तादाद साउथ ज़ोन में सिर्फ 7 है और एक मशीन को सिर्फ 20 लीटर तेल यानी ऑयल दिया जाता है इस के इलावा हफ़्ता में सिर्फ दो मर्तबा दवा मारने की इजाज़त है । उन्हों ने एतराफ़ किया कि ये बिलकुल नाकाफ़ी है । मुक़ामी लोगों का इसरार है कि मच्छरों को मारने के लिए एक दिन के वक़फ़ा से धुआँ छोड़ा जाना चाहीए । इलावा अज़ीं इस सर्किल में सिर्फ 18 आदमी काम करते हैं । ये तादाद भी बिलकुल्लिया तौर पर नाकाफ़ी है । इस बात का एतराफ़ किया गया कि मसला पर ख़ातिरख़वाह तवज्जा दी जानी चाहीए । ये काला पत्थर बिलाल नगर की हक़ीक़ी सूरत-ए-हाल है । हुकूमत को फ़ोरा हरकत में आते हुए इक़दामात करने चाहीए । एक ही मुहल्ला में डेंगू के मुतास्सिरीन का पाया जाना तशवीश की बात है । डाक्टर शालिनी देवी ने बताया कि बार बार बुख़ार के आने पर फ़ोरा डाक्टर से रुजू होना चाहीए जहां तक महिकमा बलदिया का ताल्लुक़ है ये भी फ़ोरा हरकत में आएगा । इस इलाक़ा में इस ख़तरनाक मर्ज़ की मौजूदगी हम सब के लिए तशवीश की बात है ।