पुराना शहर के इलाके में मुसलमानों पर हमले के वाक़ियात में इज़ाफ़ा होता जा रहा है। अक्सरीयती इलाक़ों से मुसलमानों की गुज़र जान लेवा हमलों की दावत दे रही है।
इस तरह के तीन वाक़ियात अंदरून दो हफ़्ते पेश आए जहां मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। ईद उलज़ुहा से पहले ख़ौफ़-ओ-हिरासाँ करने के औक़ात का पेश आना एक मुनज़्ज़म साज़िश का हिस्सा समझा जा रहा है और शहर भर में एसे हमलों को लेकर अकलियती तबक़ा के अफ़राद में बेचैनी पाई जाती है।
कल रात देर गए 38 साला शख़्स मुहम्मद ग़ौस पर नामालूम अश्रार ने नाम पूछ कर हमला कर दिया और इस के जिस्म पर मोहलिक हथियारों के मुतअद्दिद वार पाए गए जिन्हें फ़ौरी हॉस्पिटल मुंतक़िल कर दिया गया जहां मुहम्मद ग़ौस की हालत तशवीशनाक बताई गई है।
इस वाक़िये की इत्तेला पाकर सदर मजलिस बचाओ तहरीक डक्टर क़ायम ख़ान एमबी टी के क़ाइदीन के साथ हॉस्पिटल पहुंच गए जिन में क़ाइद एमबी टी-ओ-कारपोरीटर आज़म पूरा अमजद उल्लाह ख़ालिद और् दुसरे मौजूद थे।
ग़ौस पर उस वक़्त हमला किया गया जब अपना काम ख़त्म करने के बाद मकान वाक़िये वटापली जा रहे थे इन वाक़ियात पर अफ़सोस का इज़हार करते हुए सदर एमबी टी डक्टर क़ायम ख़ान ने कहा कि मुसलमानों पर हमला एक सोनची समझी साज़िश का हिस्सा है और मुसलमानों को ख़ौफ़ज़दा करते हुए शहर के पुरअमन हालात को बिगाड़ने की कोशिश जारी है।
उन्होंने इस हमलों और एसे वाक़ियात में हिंदू वाहिनी पर इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि हिंदू वाहिनी के कारकुनों को साबिक़ में एसे वाक़ियात में गिरफ़्तार किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि मुहम्मद ग़ौस पर हमला कंचन बाग़ पुलिस स्टेशन से क़रीब तक़रीबन 100 मीटर पर हुआ ताहम पुलिस एसे वाक़ियात को किसी ना किसी कहानी से जोड़ रही है।
उन्होंने कहा कि हिंदू वाहिनी के कारकुन जिन में महाराष्ट्रा और कर्नाटक के अफ़राद शामिल थे।उन्होंने अपना जुर्म कुबूल भी करलिया था । उन्होंने एसे वाक़ियात के तदारुक और रोक थाम के लिए इक़दामात करने और हमलों में शामिल् अफ़राद को सख़्त सज़ा देने का मुतालिबा किया