पुराने शहर में 3 ता 4 घंटे बर्क़ी कटौती

दोनों शहरों के अलावा तेलंगाना शहरी इलाक़ों में बर्क़ी सरबराही बिला वक़फ़ा जारी रखने एलान के बावजूद पुराने शहर के बेशतर इलाक़ों में रोज़ाना 3 ता 4 घंटे बर्क़ी कटौती का अमल जारी है।

महिकमा बर्क़ी की तरफ से किए जाने वाले इन इक़दामात के मुताल्लिक़ कोई ओहदेदार इज़हार-ए-ख़्याल के लिए रज़ामंद नहीं है। जबकि आला ओहदेदार ये कह रहे हैंके रियासत में किसी मुक़ाम पर फ़िलहाल बर्क़ी कटौती का एलान नहीं किया गया है बल्कि इज़ाफ़ी क़ीमतों से बर्क़ी ख़रीदी के ज़रीये अवाम को बिला वक़फ़ा मयारी बर्क़ी फ़राहमी पर तवज्जा मर्कूज़ की जा रही है।

पुराने शहर के इलाक़ों दारुलशफ़ा पुरानीहवेली सालारजंग म्यूज़ीयम छत्ताबाज़ार दीवान दीवढ़ी के अलावा दुसरे इलाक़ों में बर्क़ी सरबराही में कटौती रोज़ का मामूल बन चुकी है। पिछ्ले तीन यौम से शहर में तबदील हो रहे मौसम तेज़ हवाऐं के साथ बारिश के सबब बर्क़ी सरबराही मुनक़ते हो रही है और बर्क़ी बहाली के लिए महिकमा के ओहदेदार दोता तीन घंटे ले रहे हैं इस तरह ज़ाइद अज़ पाँच घंटे इन इलाक़ों की अवाम को बर्क़ी सरबराही से महरूम होना पड़ रहा है।

पुराने शहर के बाज़ इलाक़ों में अवाम ये समझ रहे हैंके बर्क़ी सरबराही मामूल के मुताबिक़ मुनक़ते की जा रही है लेकिन दरहक़ीक़त हुकूमत की तरफ से मौसिम-ए-गर्मा के दौरान बिला वक़फ़ा बर्क़ी सरबराही को यक़ीनी बनाने का एलान किया गया है जिस पर ओहदेदारों की तरफ से अमल आवरी को यक़ीनी बनाए जाने की ज़रूरत है।

महिकमा बर्क़ी के ओहदेदार ये कह रहे हैंके मौसिम-ए-गर्मा की शिद्दत से पहले मयारी बर्क़ी की सरबराही को यक़ीनी बनाने के लिए मरम्मति काम के अलावा लाईन तबदील करने का अमल मुकम्मिल किया जा रहा है जिस के सबब अवाम को कुछ दुशवारीयों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन रोज़ाना बर्क़ी सरबराही में ख़लल पैदा होने से ये बात वाज़िह हो रही हैके महिकमा बर्क़ी के ओहदेदार पुराने शहर के इलाक़ों में मयारी बर्क़ी की फ़राहमी के मुताल्लिक़ इस हद तक संजीदा नहीं जितना नए शहर में मयारी और बिला वक़फ़ा सरबराही पर तवज्जा मबज़ूल की जा रही है।