पुलवामा हमला: भारत पाकिस्तान के बीच एक बार फिर रिश्तों में आई दरार!

भारत ने जम्मू कश्मीर में सेना के जवानों पर हुए आत्मघाती हमले पर कड़ा रुख़ अपनाते हुए पाकिस्तान के उच्चायुक्त को विदेशमंत्रालय में तलब किया।

नई दिल्ली में तैनात पाकिस्तानी उच्चायुक्त सुहैल महमूद को भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने शुक्रवार को विदेशमंत्रालय में तलब किया और पुलवामा हमले पर भारत की आपत्ति से उन्हें अवगत कराया।

पुलवामा हमले को लेकर विदेश सचिव ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त को समन भेजा और उन्हें इस बारे में एक कड़ा आपत्ति पत्र जारी किया गया है। एनएआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि विदेश सचिव विजय गोखले ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को तुरंत जैशे मुहम्मद पर कार्यवाही करनी चाहिए।

इसके साथ ही, उन संगठनों और व्यक्तिगत तौर पर उसकी मदद बंद करने को कहा है जो उसकी धरती से आतंकी संगठन चला रहा हो। इसके साथ ही, विदेश सचिव ने गुरूवार को पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान को भी ख़ारिज कर दिया।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, भारत के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले में हताहत होने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी जबकि बीजेपी के महासचिव राम माधव ने कहा है कि पाकिस्तान से एमएफ़एन का दर्जा लिया जाना सरकार का महत्वपूर्ण क़दम है।

उधर पुलवामा हमले के बाद दिल्ली में स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में सुरक्षा बढ़ा दी गई है जबकि पुलवामा हमले को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सुरक्षा बलों और एजेंसियों के साथ चर्चा की है। पुलवामा हमले पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि आतंकवाद ऐसी विपत्ति है जिससे कोई समझौता नहीं हो सकता।

ज्ञात रहे कि भारत नियंत्रित जम्मू कश्मीर में सबसे बड़े आतंकी हमले में पुलवामा के पास गुरुवार को सीआरपीएफ के 44 जवान हताहत और 20 से अधिक घायल हो गए।

हमले के समय 2547 जवान 78 वाहनों के क़ाफिले में जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे। इसी दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार को सुरक्षाकर्मियों की बस में टकरा दिया। धमाका इतना भीषण था कि 10 किलोमीटर तक उसकी आवाज सुनाई दी।