पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही ने एक तालिबा को धमकी देकर कई बार रेप किया। मुखलैफत करने पर दस जुलाई को गला दबाकर मारने की भी कोशिश की।
तालिबा ने इसकी शिकायत उस वक्त के एसपी से की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। जुमेरात के रोज़ तालिबा अपने वालिद के साथ एसपी के दफ्तर पहुंची और दरखास्त देकर कार्रवाई की मांग की।
तालिबा ने दफ्तर में पहुंच कर एसपी बबलू कुमार को दरखास्त सौंपते हुए बताया कि पुलिस लाइन में तैनात सिपाही राजेश बहादुर सिंह उसके वालिद से ताल्लुक बनाकर घर आने जाने लगा।
शहर के एक डिग्री कॉलेज में सिपाही ने ही उसका एडमिशन कराया था। वह अपने वालिद का दोस्त समझ कर एक दिन कॉलेज आने के लिए उसकी बाइक पर बैठ गई।
सिपाही कॉलेज जाने से पहले एक रेस्टोरेंट में ले गया, वहां नाश्ता कराने के बाद कमरे में ले जाकर रेप किया। मुखालिफत करने पर उसके वालिद और भाई का कत्ल कराने की धमकी दी। तालिबा के मुताबिक 9 जुलाई को वह सिपाही की हरकत उसकी बीवी को बताने पुलिस लाइन वाके उसके घर जा रही थी, लेकिन रास्ते में सिपाही मिल गया। उसने माफी मांगी और अकेले में बात करने के लिए उसे बाइक से बनारस (वाराणसी) ले गया।
वहां होटल में ठहरने का दबाव बनाया तो उसने शोर मचाने की धमकी दी। वहां से रात में ही जौनपुर छोड़ने के लिए बाइक से निकला और एक मुकाम पर बाइक रोक कर फिर रेप किया।
वहां से रास्ते में केराकत के रास्ते पर मुड़ गया और एक सुनसान मुकाम पर उसके दुपट्टे से गला दबाने की कोशिश की ।
उस वक्त सुबह के चार बजे थे। किस्मत से कुछ मार्निंग वाकर्स वहां पहुंच गए और सिपाही तालिबा को छोड़कर फरार हो गया। वह किसी तरह घर पहुंची और घर वालों को इसकी इत्तेला दी। मामला पुलिस का होने की वजह से वह थाने नहीं जाना चाहती थी।
मामले में जौनपुर के एसपी बबलू कुमार ने बताया कि मामला पुराना है पर संगीन है। जिस सिपाही के खिलाफ लड़की ने इल्ज़ाम लगाया है, उसका तबादला मिर्जापुर हो गया है। मामले की जांच सीओ सिटी अलका भटनागर को सौंप दी गई है। जांच में इल्ज़ाम सही पाया गया तो सिपाही के खिलाफ भी वैसी ही कार्रवाई होगी, जो एक मुजरिम के खिलाफ होती है।