हैदराबाद 09 सितम्बर: जराइम की रोक-थाम और समाज में हो रही ग़ैर समाजी हरकतों पर रोक लगाने वाली पुलिस ही गै़रक़ानूनी और ग़ैर समाजी हरकतों में शामिल पाई जाती है। एक शख़्स जो पेशे से पुलिस कांस्टेबल है लेकिन जुवे का ठिकाना चलाता है।
स्पेशल ऑप्रेशन टीम ने ख़ुद इस कार्रवाई के बाद हैरत का शिकार हो गई वो पुलिस कांस्टेबल को रंगे हाथों गिरफ़्तार करने में नाकाम हो गई। पुलिस के मुताबिक़ वो फ़रार होने में कामयाब हो गया।
इस वाक़्ये के बाद पुलिस के हलक़ों में हलचल-ओ-सनसनी पैदा हो गई। चूँकि रियासत में एक बाद दुसरे पुलिस के किरदार को मुतास्सिर करने में पुलिस के रोल के वाक़ियात मंज़र-ए-आम पर आरहे हैं। पिछ्ले रोज़ सैदाबाद में ताक़त का ग़लत इस्तेमाल करने वाले सर्किल इंस्पेक्टर का वाक़िया और वीमेन पुलिस स्टेशन से वाबस्ता ख़ातून इंस्पेक्टर पर इल्ज़ाम है कि उसने एक मकान पर ज़बरदस्ती क़बज़ा बनाए रखा और जिस्मफरोशी में कांस्टेबल के किरदार से पुलिस के हलक़ों में तशवीश पैदा हो गई।
एसओटी के मुताबिक़ एक खु़फ़ीया इत्तेला पर पुलिस ने एल्बीनगर पुलिस स्टेशन हुदूद में वाक़्ये एपी एस पी कॉलोनी के एक मकान पर धावा किया। पुलिस इस से पहले के कांस्टेबल रमेश को गिरफ़्तार करती वो फ़रार होने में कामयाब हो गया। बताया जाता है कि बापूपल्ली में मौजूद 7 बटालियन से ताल्लुक़ रखने वाला कांस्टेबल रमेश ने एपी हाउज़िंग बोर्ड कॉलोनी में एक मकान किराए पर हासिल किया था और इस मकान में वो जिस्म फ़रोश लड़कीयों और ख़वातीन के साथ जुवे का अड्डा चला रहा था।
पुलिस ने इस कार्रवाई में 3 ख़वातीन को हिरासत में ले लिया। इस ठिकाने से पुलिस ने रमेश का आईडी कार्ड 4 सेल फ़ोन ज़बत करलिए और मसरूफ़ तहक़ीक़ात है।