पुलिस की बर्बरियत : रात में तीन बजे तालिबे इल्म को उठाया नंगा कर पीटा, सिगरेट से दागा

साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार की राब्ता सफर के दौरान चीफ सिक्यूरिटी से उलझना दो स्टूडेंट लीडरों को महंगा पड़ गया। इतवार को तड़के तीन बजे पुलिस ने वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी, आरा के स्टूडेंट यूनियन सदर कुमुद पटेल और स्टूडेंट समागम के जिला सदर प्रिंस बजरंगी को घर से उठा लिया और आरा से 40 किलोमीटर दूर बड़हरा थाने में रख कर बुरी तरह पीटा। दोनों की जांघों पर मौजूद लाल और काले धब्बों से यह साफ है कि उन्हें नंगा कर बेरहमी से पीटा गया है।

तालिबे इल्म के हाथों पर सिगरेट से जलाने के दाग मिले हैं। पिटाई के दौरान चार से पांच थाना इंचार्जों के मौजूद रहने की बात कही जा रही है। जांच के लिए पटना से एडीजी (हेड क्वार्टर) गुप्तेश्वर पांडेय देर रात आरा पहुंचे। उधर, भोजपुर के डीएम पंकज कुमार पाल ने पूरी वाकिया की जांच के लिए दो रुकनी टीम तशकील की है और जांच टीम को तीन दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है। इस टीम में एडीएम सुरेंद्र कुमार सिन्हा व डीडीसी श्याम नंदन शर्मा शामिल हैं। वहीं, तीन थाना सदर को मूअत्तिल कर दिया गया है।

पटना स्टूडेंट समागम की लीडर व पटना विवि स्टूडेंट यूनियन की ओहदेदार रही अनुप्रिया का इल्ज़ाम है कि दोनों स्टूडेंट लीडरों को पुलिस ने बुरी तरह से पीटा है। सुबह से लेकर दोपहर तक आरा में हुए मुखलिफ़त मुजाहिरा, सड़क जाम के बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ा। पुलिस के गिरफ्त से छूट कर दोनों जब तंजीम के लोगों से मिले, तो दर्द से कराह रहे थे। दोनों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें बर्बरियत से पिटाई की है। दोनों को पीएमसीएच में भरती कराया गया है। इलाज के दौरान चोट के निशान साफ तौर पर देखे गये। दोनों की जांघों पर संगीन चोटें आयी हैं। पिटाई से लाल और काले धब्बे पड़ गये हैं। हाथ पर जले के भी निशान हैं। तंजीम के लोगों का इल्ज़ाम है कि पुलिस ने बेरहमी से पीटा और सिगरेट से दाग दिया है।

क्या है मामला

28 नवंबर को आरा में नीतीश कुमार की “संपर्क यात्रा” थी। इस दौरान वीर कुंवर सिंह विवि के सदर कुमुद पटेल और स्टूडेंट समागम के जिला सदर प्रिंस बजरंगी को मंच पर चढ़ने से रोक दिया गया। इस पर चीफ सिक्यूरिटी से दोनों का तनाज़ा हो गया। दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी थी। प्रोग्राम के बाद जिला इंतेजामिया की तरफ से दोनों स्टूडेंट लीडर समेत तीन के खिलाफ आरा में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी। इस पर इतवार तीन बजे दोनों को पुलिस ने उठा लिया। तंजीम के लोगों का कहना है कि गिरफ्तारी एएसपी दीपक रंजन की कियादत में हुई।