हैदराबाद 26 जुलाई: कम्यूनिटी और फ्रेंडली पुलिसिंग के इस दौर में पुलिस के हाथों ख़ुद पुलिस मुलाज़िम ही महफ़ूज़ नहीं। मुबय्यना तौर पर लैंड गृब्बेर्स रूडी शीटरस, ग़ुंडा अनासिर की पुश्तपनाही के इल्ज़ामात का सामना करने पुलिस के आला ओहदेदार अब पुलिस मुलाज़िमीन को हरासाँ कर रहे हैं। कमिशनर पुलिस ने नई पालिसीयों से मामूल को बंद करवा दिया महिकमा जाती सतह पर मामूल का निज़ाम अब लगता है ज़ोर पकड़ता जा रहा है।
एक एसी ही हक़ीक़त का ख़ुद एक पुलिस मुलाज़िम ने प्रेस कांफ्रेंस में इन्किशाफ़ क्या। पुलिस कम्युनिकेशन शोबा से वाबस्ता हैडकांस्टेबल अहमद अबदुलअली नामी इस पुलिस मुलाज़िम ने बताया कि इस का सीनईर ओहदेदार डीएसपी कम्युनिकेशन ई महेश्वर रेड्डी ने उसे ज़द्द-ओ-कूब क्या अपने आला ओहदेदार के ख़िलाफ़ प्रेस कांफ्रेंस में बे-ख़ौफ़ हो कर इस हैड कांस्टेबल ने आला ओहदेदारों के ज़ुलम का शिकार दुसरे मुलाज़मीन के लिए एक मिसाल बन गया है। अफ़सोस कि दौरान डयूटी हमला करते हुए शदीद ज़ख़मी करने वाले एसीपी के ख़िलाफ़ कार्रवाई का ना होना तशवीश का बाइस बना हुआ है। हैड कांस्टेबल अहमद अबदुलअली ने एएसपी की बदसुलूकी दास्तान सुनाई और इस के फ़ोन रिकार्डिंग को भी मीडिया के रूबरू पेश किया। जिसमें साफ़ तौर पर तरका नाम से एसीपी ने गाली गलौज की और नाक़ाबिल बयान अलफ़ाज़ का इस्तेमाल क्या। अहमद अबदुलअली के अफ़रादे ख़ानदान को गाली गलौज की और सख़्त कार्रवाईकी भी वार्निंग दिया।
मुतास्सिर हैड कांस्टेबल के मुताबिक़ 22 जून को एसीपी महेश्वर रेड्डी अपने दफ़्तर में अहमद अबदुलअली पर मुबय्यना हमला किया। जिसके ख़िलाफ़ शिकायत पर सैफआबाद पुलिस ने 5 दिन बाद एफ़आईआर दर्ज की।
एफ़आईआर दर्ज होने के बाद अदम कार्रवाई पर अहमद अबदुलअली ने इन्सानी हुक़ूक़ कमीशन का रुख किया और 16 जुलाई को एमआरसी में अपनी दरख़ास्त पेश की और इस के बाद 18 जुलाई को माइनॉरिटी कमीशन का रुख करते हुए इन्साफ़ की दरख़ास्त के बावजूद उस के एक माह का अरसा गुज़रने के बाद भी डीएसपी के ख़िलाफ़ किसी किस्म की कोई कार्रवाई अंजाम नहीं दी गई। इस एसीपी पर इल्ज़ाम है कि ये ओहदेदारों अमला के साथ बदसुलूकी करता है और ओवर टाइम और छुट्टीयों की रक़म हड़प लेता है कम्युनिकेशनशोबा से वाबस्ता मुलाज़िम ज़ुलम के ख़िलाफ़ आवाज़ इस लिए नहीं उठाते चूँकि एसा करने से उनकी डयूटी को ख़तरा लाहक़ होता है कम्युनिकेशन शोबा में रियासत गीर सतह पर तबादला होते हैं।
डीएसपी महेश्वर रेड्डी के एक भाई भी एसीपी सतह के ओहदेदार हैं। शंकर रेड्डी जो शहर में काफ़ी शौहरत रखते हैं इस ओहदेदार पर इल्ज़ाम है कि उसने एक ख़ातून सब इंस्पेक्टर के साथ भी बदसुलूकी की और इस ख़ातून सब इंस्पेक्टर की मुबय्यना इस्मत रेज़ि की कोशिश की जब वो विजयवाड़ा में फ़ाइज़ था। ख़ातून सब इंस्पेक्टर अब विजयवाड़ा में ख़िदमात अंजाम दे रही है। बताया जाता है कि डीएसपी महेश्वर रेड्डी 31 जुलाई को रिटायर्ड हो रहे हैं। पुलिस के आला ओहदेदारों और हुकूमत को चाहीए कि वो इस ओहदेदार पर आइद इल्ज़ामात का जायज़ा ले और मुलाज़िम के साथ इन्साफ़ करे।