पुलिस के जवान ने खुद को मारी गोली

जिला पुलिस फोर्स के सेट-1 के जवान मनोज कच्छप ने खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी है। वाकिया बुध की देर रात तकरीबन 11:30 बजे की बतायी जाती है। जवान ने अपने राइफल (इंसास) से ही ठोठी के नीचे गोली मार ली। इससे जवान का सिर का आधा हिस्सा उड़ गया। मौके पर ही जवान की मौत हो गयी। गोली की आवाज सुन कर बैरक में तैनात संतरी वाकिया मुकाम पर पहुंचा और फिर इसकी इत्तिला सेट-1 के इंचार्ज हवलदार उमेश राम को दी। उन्होंने तुरंत ही मामले की इत्तिला जिले के एसपी क्रांति कुमार को दी। इत्तिला मिलते ही एसपी मिस्टर कुमार, एएसपी कुणाल, डीएसपी आरिफ एकराम, थाना इंचार्ज विमल नंदन सिन्हा पहुंचे।

अफसरों ने पूरे मामले की पड़ताल शुरू कर दी। जिस इंसास से जवान ने गोली चलायी थी, उसे जब्त किया गया। ज़ाए हादसा से दो खोखा और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया। इस दौरान हवलदार उमेश राम ने बताया कि बुध को वह सेट-1 के जवान के साथ कैदी स्कॉट ड्यूटी में सेशन अदालत गये थे। उनके साथ मैयत पुलिस जवान 1158 मनोज कच्छप भी शामिल था। शाम को तकरीबन छह बजे जवान मुफस्सिल थाना इलाक़े के कैलीबाद वाक़ेय नये पुलिस लाइन के बैरक आ गये और खाना खाकर सोने चले गये। अचानक रात 11:30 बजे गोली चलने की आवाज हुई। देखा गया कि मनोज कच्छप ने अपने मच्छरदानी के अंदर इंसास राइफल को अपने ठोढ़ी के नीचे बैरल सटाकर फायर किया है और इंसास का बैरल ठोढ़ी के नीचे सटा हुआ है और इंसास का बॉडी पैर से सटा हुआ था।

उमेश का कहना है कि उसने खुदकशी क्यों की है, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी कि जब मनोज अपने बेड पर सोने गया था, उस दौरान उसके पास राइफल नहीं थी। राइफल को उसने अपने अलमिरा में बंद रखा था। रात में जब बैरक के तमाम जवान सो गये, मुमकिना उसी वक्त मनोज ने अलमिरा से राइफल निकाली और खुद को गोली मार ली। इधर पूरी जानकारी लेने के बाद अफसरों ने लाश को जब्त किया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जुमेरात की सुबह मैयत जवान का पोस्टमॉर्टम हुआ। उसके बाद नये पुलिस लाइन में ही मैयत जवान को सलामी दी गयी। इस दौरान डीएसपी शंभु सिंह, पुलिस निरीक्षक विनय कुमार सिंह, पुलिस मेंस एसोसिएशन के ओहदेदार और मेम्बर मौजूद थे। मुफस्सिल थाना इंचार्ज विमल नंदन सिन्हा ने बताया कि पहली नज़र में मामला खुदकशी का दिखता है। मामले की छानबीन की जा रही है।