पीपल्ज़ यूनीयन फ़ार सिविल लिबर्टीज़ ने आंध्र प्रदेश के ज़िला चित्तोर की सुयशा चिलिम पहाड़ीयों में 20 अफ़राद को गोली मार दिए जाने की मज़म्मत की और मुताल्लिक़ा ओहदेदारों के ख़िलाफ़ फ़िलफ़ौर एफ़ आई आर दर्ज करते हुए उन पर बिशमोल क़त्ल दुसरे तमाम मुनासिब इल्ज़ाम आइद किए जाएं।
पीयू सी एल के जनरल सेक्रेटरी वि सुरेश ने कहा कि इस वाक़िये को एनकाउंटर का नाम देना ग़लत होगा दरअसल वाक़िया ये हैके ये उन अफ़राद का क़त्ल-ए-आम है जो मुबय्यना तौर पर किसी गै़रक़ानूनी काम में शामिल थे।
सुरेश ने कहा कि ज़िला चित्तूर में पिछ्ले कई बरसों से सुर्ख़ संदल की गै़रक़ानूनी कटाई जारी है और इस किस्म के बड़े पैमाने पर ये (स्मगलिंग) तिजारत नहीं होसकती जब तक इस में महिकमा जंगलात माल और पुलिस के ओहदेदार भी साज़ बाज़ करें या मुलव्वस ना हूँ।