हफ़्ते की रात को मीरा रोड में अपनी रिहायश गाह से बिलकुल क़रीब मुतनाज़ा शख़्सियत पूनम पांडे से पुलिस ने आम मुक़ाम पर अपनी कार में एक शख़्स के साथ बेहयाई करने पर उनसे पूछगछ की थी लेकिन बाद में ये मालूम हुआ कि कार में पूनम के साथ इनका भाई आदित्य पांडे था।
इस वाक़िया पर दिलबर्दाश्ता पूनम पांडे ने कहा कि पुलिस का रवैया तो तालिबान से भी बदतर था। रात के 10:30 बजे थे और मुंबई शहर चमक दमक और रहा था। पुलिस का कहना है कि मैंने कम कपड़े पहने थे। चलिए अगर पहने भी होंगे तो क्या में सड़कों पर नाच रही थी या फिर बुर्क़ा पहन कर बाहर आउं।
ना तो में कार बैठ कर शराबनोशी कररही थी और ना ही कोई जिन्सी काम अंजाम दे रही थी। पुलिस ने महज़ सस्ती शोहरत हासिल करने के लिए पूनम पांडे को गिरफ़्तार करने का स्कैंडल फैलाया जबकि हक़ीक़त ये है कि मुझे गिरफ़्तार नहीं किया गया।