पुलिस हरासानी का शिकार नौजवान मुहम्मद जाफ़र का इंतेक़ाल

कालापत्थर पुलिस की मुबय्यना हरासानी और अज़ीयत रसानी से परेशान नौजवान मुहम्मद जाफ़र जिस ने इक़दाम ख़ुदकुशी किया था आज दवाख़ाना उस्मानिया में दौराने इलाज फ़ौत होगया।

मुहम्मद जाफ़र ने अपने मकान वाक़्ये जहांनुमा में उस वक़्त बालकोनी से छलांग लगादी थी जब कालापत्थर पुलिस की क्राईम पार्टी ने उसे धोका दही के केस में हिरासत में लेकर मकान से नक़द रक़म की बरामदगी के लिए ले गई थी।

रियासती इंसानी हुक़ूक़ कमीशन ने मुहम्मद जाफ़र के इक़दाम ख़ुदकुशी के वाक़िये और उस को दी गई अज़ीयतों का सख़्त नोट लेते हुए कमिशनर पुलिस को इस सिलसिले में शख़्सी तौर पर तहक़ीक़ात करने का हुक्म दिया था और उसको बेहतर ईलाज फ़राहम करने की हिदायत दी थी।

शदीद ज़ख़मी मुहम्मद जाफ़र को बेहतर ईलाज की सहूलतें फ़राहम करने में पुलिस गुरेज़ करती रही जिस के सबब वो दवाख़ाना उस्मानिया में आज ज़ख़मों से जांबर ना होसका। मुहम्मद जाफ़र की मौत के बाद दवाख़ाना उस्मानिया में उस वक़्त कशीदगी पैदा होगई जब इस के रिश्तेदारों ने पुलिस की ज़्यादती के ख़िलाफ़ एहतिजाज किया।

मुक़ामी सियासी क़ाइदीन की अदमे तवज्जो पर भी ख़वातीन ने मुक़ामी जमात के क़ाइदीन पर ब्रहमी का इज़हार किया। मुतवफ़्फ़ी के अरकाने ख़ानदान ने ये भी इल्ज़ाम लाग‌या कि पुलिस की हरासानी की शिकायत के बावजूद मुक़ामी क़ाइदीन ने उन्हें मदद फ़राहम करने से गुरेज़ किया और मौत वाक़्ये होने के बाद मगरमच्छ के आँसू बहाने का इल्ज़ाम लाग‌या।

कालापत्थर पुलिस ने मुहम्मद जाफ़र की लाश का पोस्टमार्टम करवाने के बाद लाश को रिश्तेदारों के हवाले कर दिया जबकि मुतवफ़्फ़ी के मकान के क़रीब भारी पुलिस फ़ोर्स मुतय्यन करदी गई है।