उत्तर प्रदेश: लखनऊ में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संघ पर सांप्रदायिक होने का आरोपों का खंडन करने की कोशिश करते हुए कहा है कि, हिन्दुत्व की विचारधारा किसी के विरोध में नहीं है। हिन्दुत्व वह नहीं जिसमें किसी के प्रति नफरत या विरोध की भावना रखी जाए बल्कि सबके प्रति प्रेम, सबके प्रति विश्वास ही हिन्दुत्व है। कमजोर रहना भी हिन्दुत्व नहीं है इसलिए हिन्दुओं को समर्थ सम्पन्न बनना चाहिए। हम दुनिया में भारत माता की जय-जयकार कराने के लिए काम कर रहे हैं। हमें ऐसा समाज चाहिए जिसमें कट्टरता नहीं हो।