पूर्णा चन्द्र राजू को इंडियन मुजाहिदीन का दहश्तगर्द अख़तर साबित करने की कोशिश नाकाम

हैदराबाद 26 फरवरी – दिलसुख नगर बम धमाकों के बाद तहक़ीक़ाती एजेंसियों की तहकीकात पर असरअंदाज़ होने और अवाम के ज़हनों में शकूक और शुबहात पैदा करने मीडिया का एक गोशा अजीबो गरीब और सनसनी खेज़ खबरें और रिपोर्ट्स पेश कर रहा है । हालाँकि एक दूसरे पर सबक़त हासिल करने किए जा रहे इस बे बुनियाद और लगू प्रोपगंडे से समाजी और क़ौमी हम आहंगी मुतास्सिर होने के इमकानात हैं ।

एक तेलुगु टी वी चैनल ने बम धमाका के मुक़ाम के करीब वाक़े होटल शिल्पीज़ क्लासिक कोर्ट और लॉज और बार और रेस्टोरेंट के बारे में रिपोर्ट पेश करके बताया कि इस होटल में धमाकों से कब्ल इंडियन मुजाहिदीन के मुश्तबा दहश्तगर्दों ने क़ियाम किया था।

इस में एक ख़ातून भी शामिल थी लेकिन हक़ीक़त में होटल के रुम नंबर 303 में क़ियाम करने वाला नाम निहाद इंडियन मुजाहिदीन के ख़ुद साख्ता कमांडर यसीन भटकल का दोस्त अख़तर और उन की बीवी नहीं थी बल्कि मिर्यालगुड़ा का साकिन पूर्णा चन्द्र राजू वल्द वेंकटेश्वरलू और उस की बीवी थी।

लेकिन तास्सुब और मुस्लिम दुश्मनी की आदत के बाइस टी वी चैनलों और अख़बारात ने पूर्णा चन्द्र राजू को अख़तर की शक्ल में पेश करने से गुरेज़ नहीं किया । कल शाम से ही तेलुगु मीडिया इस रेस्टोरेंट के बारे में तरह तरह की खबरें पेश कर रहा था ।

इस सनसनी खेज़ अंदाज़ में रिपोर्ट पेश की जा रही थी जैसे दहश्तगर्दी के वाक़िया से कब्ल दहश्तगर्दों ने इन चैनलों और अख़बारात को अपने मंसूबों और तख़रीबी प्रोग्रामों से वाक़िफ़ करवा दिया हो ।

दिलचस्पी की बात ये है कि टी वी चैनल्स और अख़बारात मुसलमानों को बदनाम करने जिन पूर्णा चन्द्र राजू को अख़तर के नाम से पेश कर रहे थे उस ने ख़ुद पुलिस से रुजू हो कर तमाम तफ़सीलात बताया। शनाख्ती कार्ड पेश किया और मीडिया से अपील की कि वो झूट और बे बुनियाद रिपोर्ट्स के ज़रीए मज़हबी मुनाफ़िरत ना फैलाएं ।

रत्नाकर रेड्डी के मुताबिक़ होटल में हर दो घंटे को चेकिंग होती है । उन्हों ने पुलिस के इलावा तहक़ीक़ाती एजेंसियों को तमाम तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाया है । उम्मीद है कि एक दूसरे पर सबक़त के लिए चैनलों की मज़मूम कोशिशों से अवाम अच्छी तरह वाक़िफ़ हो जाएंगे ।