नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह ने आज इन आरोपों से इंकार किया कि सेना के पूर्व जवान रामकिशन ग्रेवाल ने ओआरओपी पर शिकायतों को लेकर आत्महत्या की।
उन्होंने यह भी कहा कि मृत सैनिक कांग्रेस कार्यकर्ता था जिसने पार्टी की टिकट पर पंचायत चुनाव में जीत दर्ज की थी।
सेना के पूर्व प्रमुख सिंह ने कहा कि ग्रेवाल की शिकायत बैंक से थी न कि सरकार से।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर वह हमारे पास आता और अगर हमने समस्या का समाधान नहीं किया होता तो यह हमारी गलती होती।’’ सिंह ने कहा, ‘‘उसकी मौत का कारण ओआरओपी से जुड़ा हुआ नहीं है। वह 22 हजार रूपये पेंशन पाता था। उसका मुद्दा बैंक के साथ था.. बैंक ने उससे कुछ कागजात मांगे थे। उसकी चिंताएं ओआरओपी से जुड़ी हुई नहीं थीं।।’’ केंद्रीय मंत्री ने ग्रेवाल के ‘एक रैंक एक पेंशन’ आंदोलन का प्रमुख सदस्य होने की खबर को खारिज करते हुए कहा कि जंतर-मंतर पर इसे लागू करने की मांग कर रहे पूर्व सैनिकों ने कल कहा था कि आत्महत्या करने से पहले पूर्व सैनिक को पहली बार उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर देखा था।
विदेश राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह (ग्रेवाल) कांग्रेस के कार्यकर्ता थे। वह कांग्रेस की टिकट पर सरपंच बने। बहरहाल वह हमारे सैनिक थे। उनकी मृत्यु पर मुझे दुख हो रहा है।’’ मंत्री कल उस समय अपने बयानों से विवाद में आ गए थे जब उन्होंने कहा कि उनकी आत्महत्या को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले ग्रेवाल की ‘‘मानसिक स्थिति’’ की जांच करने की जरूरत है।
(भाषा)