पूर्व सैनिक को कई साल से पेंशन नहीं मिलने पर सरकार से मांगी इच्छा मृत्यु

भोपाल : 21 साल से पेंशन मिलने का इंतजार कर रहे एक पूर्व सैनिक ने प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख से गुहार लगाकर इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है|
मध्य प्रदेश के नीमच जिले के सैनिक की पेंशन पाने संघर्ष की दास्ताँ है | पिछले 21 साल से 78 वर्षीय मोहनदास पेंशन पाने की कवायद में जुटे हैं| सेना ने उन्हें 1996 में कोटा में पदस्थ रहने के दौरान उनका पैर टूट जाने पर डिसएबिलिटी पेंशन के दस्तावेज देकर घर भेज दिया था| मोहनदास को तब से लेकर अब तक पेंशन नहीं मिली|
मोहनदास का कहना है कि उन्होंने छोटी-छोटी कोशिशें जारी रखीं, लेकिन पेंशन शुरू नहीं हो सकी है| कम पढ़े-लिखे होने की वजह से वह ज्यादा कागजी कार्रवाई नहीं कर पाए|  अब उनके लिए जिंदगी की सांझ में दो जून की रोटी का जुगाड़ मुश्किल हो गया है|  ऐसे में उन्हें पेंशन दिलाने की कोशिश में समाजसेवी गुलाम यजदानी जुटे हैं|  यजदानी का कहना है कि मोहनदास उम्र के इस पड़ाव में बहुत अकेले हो गए है|  वह दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो गए हैं| क्यूंकि अभी तक किसी तरह काम कर वह अपना भरण-पोषण करते थे, लेकिन अब शरीर जवाब दे रहा, तो परिजन भी मदद नहीं कर रहे हैं |
यजदानी की मदद से आखिरी कोशिश करते मोहनदास ने हुए पेंशन के लिए नीमच जिला प्रशासन की मदद से एक आवेदन प्रधानमंत्री और भारतीय सेना के नाम दिया |  आवेदन में कहा गया है कि पेंशन नहीं दिए जाने पर इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए| एसडीएम आदित्य शर्मा ने मोहनदास का आवेदन मिलने की बात कुबूल की है|  उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों तक पूरे मामले को संज्ञान में लेकर उसे पहुंचाया जाएगा|