रांची 20 जून : हुकूमत के बहाने कांग्रेस-झामुमो इत्तेहाद की खाका तय हो रही है। लोकसभा इन्तेखाबात पर कांग्रेस की नजर है। झामुमो के साथ 10-4 के फॉमरूले पर काम हो रहा है। 14 में 10 सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी होगी। चार सीटों पर झामुमो अपना उम्मीदवार देगा। कांग्रेस-झामुमो के इत्तेहाद में कई पेंच है। कांग्रेस के संतालपरगना और पलामू में काम करनेवाले पार्टी कायेदिनों की सीट फंसेगी।
संतालपरगना और पलामू में झामुमो की सीट है। यहां स्टीफन मरांडी, आलमगीर आलम, फुरकान अंसारी जैसे लीडर पसीना बहा रहे हैं। इत्तेहाद हुआ, तो इनकी दावेदारी फंस सकती है। वहीं पलामू सीट भी झामुमो नहीं छोड़ेगा। यहां कांग्रेस के राधाकृष्ण किशोर जोर लगा रहे हैं। कांग्रेस राजमहल, गिरिडीह समेत कई दूसरे इलाके में कांग्रेसी लीडर सरगर्म हैं। गिरिडीह सीट पर सरफराज अहमद, असेंबली रुक्न दल के लीडर राजेंद्र सिंह सरगर्म हैं।
झामुमो से इनके लिए सीट निकालना आसान नहीं होगा। कांग्रेस-झामुमो के दरमियान पहले भी इत्तेहाद हुआ है। इंतेखाब में ही इत्तेहाद टूटा। गुजिस्ता इन्तेखाबात में कांग्रेस को नौ सीट और झामुमो को पांच सीट खाते में गयी थी। इत्तेहाद टूटा और झामुमो ने तीन सीट पर उम्मीदवार खड़े कर दिये थे।