नई दिल्ली, ०४ अक्टूबर (पी टी आई) रीटेल शोबा में रास्त ( सीधे) ग़ैरमुल्की सरमाया कारी ( विदेशी निवेशकों) की इजाज़त देने के फ़ैसला पर शोर-ओ-गुल से ग़ैर मुतास्सिर हुकूमत ने पुख़्ता इरादा कर लिया है की इस्लाहात पर ज़ोर दिया जाता रहेगा।
इस मसला ( समस्या) पर मर्कज़ी काबीना ( केंद्रीय मंत्रीमंडल) कल ग़ौर करने के लिए तैयार है। मर्कज़ी काबीना सब से बड़े इक़दामात ( कार्यनिष्पादन) जैसे पेंशन के शोबा ( Sector) में ग़ैरमुल्की सरमायाकारी ( विदेशी निवेशकों) की इजाज़त और इंश्योरेंस के शोबा में रास्त ग़ैरमुल्की सरमाया कारी की आज़म तरीन ( सबसे अधिक) हद 49 फ़ीसद कर देने पर ग़ौर करेगी।
काबीना पेशगी कौन्ट्रैक्ट बाक़ायदगी क़ानून (तरमीमी) बिल ताकि अश्या-ए-ज़रुरीया के बाज़ारों को एफ़ एम सी रेगूलेटर के साथ अज़ीम तर मालीयाती ख़ुद इख़तियारी फ़राहम करने पर ग़ौर करेगी ताकि इदारा ( संस्थान) जाती ( निजी) सरमाया कारों ( निवेशको) के दाख़िले में सहूलत फ़राहम की जा सके और तिजारत ( व्यापार) के लिए नई मसनूआत जैसे कि मुतबादिल अशीया ( अदल बदल होने वली चीज) और उन अशीया की फ़हरिस्तें ( लिस्ट) मुतआरिफ़ ( परिचय) करवाई जा सकें।
मर्कज़ी काबीना कंपनीज़ बिल पर भी ग़ौर-ओ-ख़ौज़ करेगी ताकि तमाम शोबों ( Sectors)को कंपनीज़ एक्ट के तहत लाया जा सके। मुसाबक़त (Competition/ प्रतिस्पर्धा) के क़ानून में तरमीम और इनफ्रास्ट्रक्चर के तरक़्क़ीयाती फ़ंड को कारकर्द बनाने की तजवीज़ पर भी ग़ौर किया जाएगा।
ज़राए के बमूजब ( मुताबिक) एक तजवीज़ (प्रस्ताव) पेश की गई है कि एक क़ौमी (राष्ट्रीय) सरमायाकारी ( निवेशक) बोर्ड वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की ज़ेर-ए-सदारत क़ायम किया जाय ताकि इनफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स को तेज़ रफ़्तार मंज़ूरी दी जा सके।
इजलास ( सभा) में इस पर भी ग़ौर किया जाएगा। पेंशन फ़ंड बाक़ायदगी-ओ-तरक़्क़ीयाती अथॉरीटी बिल भी काबीना के ज़ेर-ए-ग़ौर आएगा, जिस का मक़सद पेंशन के शोबा को 26 फ़ीसद तक रास्त ग़ैरमुल्की सरमाया कारी के लिए खोल दिया जाय। इंश्योरेंस क़वानीन (तरमीमी) बिल का मक़सद इंश्योरेंस के शोबा में मौजूदा 26 फ़ीसद में इज़ाफ़ा करके उस की आज़म तरीन हद 49 फ़ीसद कर देने पर भी ग़ौर किया जाएगा।
ये इस्लाहात की सिम्त दूसरा इक़दाम ( कार्यनिष्पादन/Performance) है, जो हुकूमत ने अंदरून एक माह किया है। 13 सितंबर को हुकूमत ने 51 फ़ीसद रास्त सरमाया कारी की कसीर ब्रांड रीटेल शोबा में इजाज़त, इस के इलावा शहरी हवा बाज़ी और नशरियात के शोबा में रास्त ग़ैरमुल्की सरमाया कारी के पैमाने पर नरमी पैदा करने की मंज़ूरी दी थी।
रीटेल शोबा में रास्त ग़ैरमुल्की सरमाया कारी की इजाज़त के नतीजा में बड़े पैमाने पर शोर-ओ-गुल हुआ। बाअज़ हलीफ़ पार्टीयों और अपोज़ीशन पार्टीयों ने बड़े पैमाने पर हुकूमत पर तन्क़ीद ( टिप्पणी) शुरू कर दी। तृणमूल कांग्रेस ने हुकूमत की ताईद ( समर्थन) से दसतबरदारी तक इख़तियार कर ली।
तवक़्क़ो ( संभावना) है की काबीना बारहवीं मंसूबे के तहत 12 एयरपोर्टस को क़ौमी मौक़िफ़ (राष्ट्रीय दृष्टिकोण/ National positions) अता करेगी।