हैदराबाद 25 दिसंबर: पूर्व उपाध्यक्ष नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी एम शशिधर रेड्डी ने कहा कि देश भर में सार्वजनिक सुरक्षा के लिए पेट्रोलियम रीटेल आउटलेट्स पर डिजिटल भुगतान के तरीके कार से बचने के लिए त्वरित इक़दामात किए जाने चाहिऐं।
उन्होंने कैबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा को एक पत्र रवाना करते हुए स्पष्ट किया कि नोटबंदी के फैसले के बाद इस तरह की आउटलेटस पर कैशलेस्स मुआमलतों की सिम्त पेशरफ़त हो रही है। यहाँ पीओएस इकाइयों ‘मोबाइल ई वॉलेट्स आदि का इस्तेमाल हो रहा है, जो खतरनाक है।
उन्होंने चीफ़ कंट्रोलर एक्सपोज़र ‘पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ़्टी के 19 दिसंबर के पत्र का हवाला दिया जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि वाहनों में ईंधन भरते हुए ऐसी वस्तुओं के उपयोग से बचने की जरूरत है इस पत्र में यह भी स्पष्ट कर दिया गया था अगर यह ई वॉलेट्स और मोबाईलस आदि अगर खतरनाक क्षेत्र से बाहर हटकर उपयोग किए जाते हैं तो उन पर कोई आपत्ति नहीं है।
शशिधर रेड्डी ने कहा कि इस पत्र में स्पष्ट किया गया था कि पहले ख़तरे वाले इलाक़ा की निशानदेही होनी चाहीए। वो चूँकि डिजास्टर मैनेजमेंट का तजुर्बा रखते है अएसे में वो समझते हैं कि ऐसे इक़दामात किए जाने चाहिऐं जिनमें एहतियात हो और किसी भी नागहानी से निमटने की पूरी तैयारी हो। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह पहलू भी मद्देनजर रखने की जरूरत है कि पेट्रोल पंप पर ई भुगतान या कार्ड के ज़रीये भुगतान उपभोक्ताओं पर इज़ाफा बोझ भी लगाया जा रहा है।