पेट्रोल और डीजल के दाम में 6 रुपये प्रति लीटर की हो सकती है बढ़ोतरी

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑइल की किमत 15 फीसद बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।  इसकी मुख्य वजह पिछले दिनों तेल उत्पादक संगठन ओपेक द्वारा क्रूड ऑइल के उत्पादन को घटाने पर सहमति बनना है।

इकोनॉमिस्ट टाइम्स के मुताबिक, सरकारी ऑइल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल और डीजल के दाम में 6 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। 15 दिसंबर को ऑइल कंपनियां प्राइसेज की समीक्षा करने वाले हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि सरकार किमतों को दो हिस्सों में बढ़ोतरी कर सकती है।

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के चेयरमैन मुकेश सुराना ने बताया है कि इंटरनैशनल मार्केट में क्रूड ऑइल के महंगा होने के बाद सभी ऑइल कंपनियों को फ्यूल की कीमत बढ़ानी पड़ेगी, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि यह बढ़ोतरी कितनी होगी। सुराना कहा, “भविष्य में होने वाले किमतों का अंदाजा लगाकर और दूसरे पहलुओं को ध्यान में रखकर यह बढ़ोतरी की जाएगी। मैं यह नहीं बता सकता कि किमत में कितनी बढ़ोतरी होगी।”

वहीं एंबिट कैपिटल के विश्लेषक रितेश गुप्ता ने बताया, “भारत में पेट्रोलियम प्रॉडक्ट की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑइल की किमतों के अनुसार तय होगी। अंतरराष्ट्रीय मार्केट को देखते हुए लगता है कि पेट्रोल और डीजल के दाम में 6 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि ऑइल मार्केटिंग कंपनियां एक बार या धीरे-धीरे यह बढ़ोतरी कर सकती हैं।

गौरतलब है कि पिछले महीने ओपेक और रूस जैसे नॉन-मेंबर ऑइल प्रड्यूसर देशों के बीच क्रूड ऑइल उत्पादन को घटाने पर सहमति बनी है। इसके बाद से तेल की कीमत बढ़ रही है। क्रूड ऑइल की भारतीय बास्केट का दाम सोमवार को 54.42 डॉलर यानी 3,677.60 रुपये प्रति बैरल हो गया था। पिछले 15 दिनों तक 51 डॉलर के आसपास बना रहा है, जबकि नवंबर महीने में इसकी औसत कीमत 44.46 डॉलर प्रति बैरल थी।