पेट्रोल की कीमत में फ़ी ( प्रति) लीटर 70 पैसे इज़ाफ़ा तृणमूल कांग्रेस की मुख़ालिफ़त

गुज़शता महीने दो मर्तबा कटौती के बाद पेट्रोल की कीमतों में आज फ़ी ( प्रति) लीटर 70 पैसे इज़ाफ़ा किया गया है । सरकारी तेल कंपनियों का कहना है कि बैन अल-अक़वामी मार्केट ( अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार) में तेल की कीमतों को देखते हुए अंदरून-ए-मुल्क मार्केट में भी उन की कीमतों में फ़ी लीटर 70 पैसे इज़ाफ़ा का फैसला किया गया है ।

कंपनियों का इद्दिआ ( दावा) है कि उन्हें पेट्रोल की कीमत पर फ़ी लीटर 1.41 रुपये के नुक़्सान का सामना करना पड़ रहा है इसलिए ये इज़ाफ़ा किया जा रहा है । इंडियन आयल कारपोरेशन ने एक ब्यान में कहा कि बैन-उल-अक़वामी ( अंतर्राष्ट्रीय) सतह पर तेल की क़ीमतों में इज़ाफ़ा और हिंदूस्तानी रुपया की अमेरीकी डालर ज़र-ए-मुबादला अदायगी में नुमायां फ़र्क़ के बाइस ( कारण) ये इज़ाफ़ा ज़रूरी हो गया था ।

हिंदूस्तान में करोड़ ऑयल की औसत क़ीमत फ़ी ब्यारल 101.28 डालर है जबकि बैन-उल-अक़वामी सतह पर पेट्रोल की क़ीमत 111.59 डालर फ़ी ब्यारल है। रुपया की ज़र-ए-मुबादला क़दर ब मुक़ाबला डालर तक़रीबन 55.36 रुपय है । इस वक़्त ऑयल कंपनीयों को पेट्रोल की अंदरून-ए-मुल्क फ़रोख्त पर तक़रीबन 1.41 रुपये का नुक़्सान बर्दाश्त करना पड़ रहा है ।

चुनांचे काफ़ी गौर व ख़ौस के बाद सिर्फ 0.70पैसे फ़ी लीटर इज़ाफ़ा का फ़ैसला किया गया है । इस दौरान चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल-ओ-तृणमूल कांग्रेस सरबराह ममता बनर्जी ने हलीफ़ जमातों से मुशावरत (विचार विमर्श) के बगै़र पेट्रोल की क़ीमत में इज़ाफ़ा पर शदीद एहतिजाज ( विरोध) किया ।

उन्हों ने फ़िलफ़ौर (शीघ्र) इस इज़ाफ़ा से दसतबरदारी का मुतालिबा किया । ममता बनर्जी ने कहा कि मीडीया के ज़रीया पेट्रोल की क़ीमत में इज़ाफ़ा की इत्तिला मिली। हम उस की ताईद नहीं करते और इस फ़ैसले पर नाराज़ हैं । उन्होंने कहा कि आम आदमी पर इस तरह बोझ आइद करने के बजाय हुकूमत को चाहीए कि तमाम सयासी जमातों से मुशावरत करते हुए तवील मुद्दती पालिसी वज़ा करे ।