नई दिल्ली, ०४ अक्टूबर (पी टी आई) पेट्रोल की क़ीमत में इस माह के अवाख़िर के दौरान 1.60 रुपये फ़ी ( प्रति) लीटर की कमी मुतवक़्क़े (उम्मीद) है क्योंकि अमेरीकी डालर के मुक़ाबले रुपया की क़दर में मामूली इज़ाफ़ा से तेल फ़रोख्त करने वाली कंपनीयों को अपने मुनाफ़ा में इज़ाफ़ा करने में मदद मिलेगी।
हमा ब्रैंड्स रीटेल शोबा में रास्त बैरूनी सरमाया कारी ( विदेशी निवेशको) की इजाज़त देने के लिए मर्कज़ी हुकूमत की नई पालिसी के ऐलान के बाद अमेरीकी डालर के मुक़ाबला हिंदूस्तानी रुपया की क़दर में इज़ाफ़ा हुआ है। जो गुज़शता पाँच माह के दौरान सब से ज़्यादा इज़ाफ़ा भी है।
रुपय की क़दर में इज़ाफ़ा से तेल फ़रोख्त करने वाली कंपनीयों को पेट्रोल की फ़रोख्त पर मुनाफ़ा हासिल करने में मदद मिलेगी। मुल्क की तीन बड़ी तेल फ़रोख्त कनुंदा कंपनीयों में शामिल एक कंपनी के सरकरदा ज़िम्मेदार ने कहा है की जी हाँ! यक्म (०१) अक्टूबर से एक लीटर पेट्रोल की फ़रोख्त पर 1.60 रुपय का मुनाफ़ा हो रहा है लेकिन हम चाहते हैं कि क़ीमत कम करने से क़बल ये रुजहान मज़ीद मुस्तहकम (मजबूत) हो जाए। पैट्रोल की क़ीमत पर 24 जुलाई को आख़िरी मर्तबा नज़रसानी (पुन: विचार) की गई थी।