* डी एम के मर्कज़ी हुकूमत को बेदखल नहीं करेगी, करूणानिधि , ममता बनर्जी और दुसरी हलीफ़ पार्टीयां भी एहतिजाज में शामिल
नई दिल्ली । पेट्रोल की क़ीमत में बहुत जयादा बढावे के ख़िलाफ़ अपोज़ीशन पार्टीयां कल भारत बंद मना रही है। बाएं बाज़ू और दाएं बाज़ू पार्टीयों ने मुशतर्का काज़ के लिए कल पुरे मुल्क में एहतिजाज करने का फ़ैसला किया है।
बी जे पी और इस की हलीफ़ पार्टीयों ने इस एहतिजाज को भारत बंद क़रार दिया है और बाएं बाज़ू ने इस एहतिजाज को कुल हिंद यौम एहतिजाज बताया है। ये दूसरी मर्तबा हैकि बी जे पी बाएं बाज़ू औरकांग्रेस के इलावा दुसरी पार्टीयां अपने एहतिजाज में ताल मेल बरक़रार रखेंगी।
पिछ्ले लोक सभा चुनाव में लोगों से मुताल्लिक़ मस्लों पर अप्पोज़ीशन पार्टीयों ने अपनि एकता साबित कर दीखाइ थी। पैट्रोल की क़ीमत में बढावे के ख़िलाफ़ इसी तरह का एहतिजाज 5 जुलाई 2010 को भी किया गया था। यू पी ए की हलीफ़ पार्टीयों डी एम के, तृणमूल कांग्रेस और दुसरों ने भी इस एहतिजाज में हिस्सा लेने का एलान किया जबकि डी एम के प्रमुख करूणानिधि ने कहा कि इन की पार्टी मर्कज़ी हुकूमत को बेदख़ल नहीं करेगी।
मुलाइम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी जो यू पी ए हुकूमत की बाहर से ताईद कर रही है, ने भी कल बंद की अपील की है। जैसा कि ओडीशा में बी जे डी ने किया है। इन इशारों के दरमयान ये अप्पोज़ीशन पार्टीयां यू पी ए की बाज़ हलीफ़ पार्टीयों को अपना हमनवा बनाने की भी कोशिश कर रही हैं, जिन्हों ने पेट्रोल की क़ीमत में ज़बरदस्त बढावे के ख़िलाफ़ शदीद एहतिजाज किया है।
बी जे पी सदर नतन गडकरी ने आज डी एम के जैसी पार्टीयों से कहा हैकि वो कल के बंद में शामिल होजाएं। यू पी ए हुकूमत पेट्रोल की क़ीमतों में 18 से 19 मर्तबा बढावा करचुकी है। अब रुपया की क़दर में बडी गिरावट आ रही है।हालात तबाहकुन है और हालात इस मुक़ाम पर पहुंच गए हैं जहां हमें सोना गिरवी रखना पड़ेगा। हम तमाम पार्टीयों को इस बढावे पर एतराज़ करना चाहीए और एहतिजाज में शामिल होना चाहीए।
डी एम के ने धम्की दी थी कि वो कांग्रेस कि कियादत वाली यू पी ए हुकूमत से ताईद वापिस लेगी। लेकिन डी एम के प्रमुख करूणानिधि ने इस के बाद वज़ाहत की कि इन की पार्टी पेट्रोल की क़ीमत में बढावे की मुख़ालिफ़त करेगी जबकि वो यू पी ए हुकूमत को नहीं गिराएगी।
एन डी ए कन्वीनर शरद यादव ने कहा कि अप्पोज़ीशन पार्टीयों को डीज़ल और पकवान गैस की क़ीमतों में बढावा ना करने हुकूमत के ब्यान पर यक़ीन नहीं है। हुकूमत ये इस लिए कह रही है क्योंकि इस पर अप्पोज़ीशन का दबाव बढ़ गया है। इन कि ये दलिल हैकि वो पेट्रोल की क़ीमत में बढावे से हुकूमत का कोई ताल्लुक़ नहीं है। हुकूमत का ये ब्यान सिवाए अशक सूई के कुछ नहीं है। लोग इस मसले पर गुस्से हैं और कल भारत बंद के दौरान लोगों का गुस्सा जाहिर होजाएगा। इस मसले पर अप्पोज़ीशन में एकता होचुकी है।
दिलचस्प बात ये हैकि मुलाइम सिंह यादव एक तरफ़ यू पी ए की तक़रीब(समारोह) में शिरकत कर रहे हैं, दूसरी तरफ़ 31 मई को रियासत में बंद मना रहे हैं। एक रोज़ा बंद में साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर बाबू लाल मुरांडी और उन के पार्टी सदस्य भी शामिल होंगे।
यू पी ए की हलीफ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी ने भी लोगों से अपील की हैकि वो इन डी ए के कल भारत बंद के दौरान शांती का माहौल बनाए रखें। ममता बनर्जी ने पेट्रोल क़ीमत में बढावे के ख़िलाफ़ पहले ही सड़कों पर एहतिजाज किया है। मग़रिबी बंगाल सेक्रेट्रेट के ज़राए(सुत्रो) ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर ने लोगों से अपील की हैकि वो धार्मिक एकता को तोडने की कोशिशों का शिकार ना बनें।