पेरिस, सिंगापुर और हांगकांग को संयुक्त रूप से 2019 में दुनिया के सबसे महंगे शहरों के रूप में नामित किया गया है।द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा मंगलवार को प्रकाशित वार्षिक विश्लेषण ने दुनिया भर के 133 शहरों में 150 से अधिक वस्तुओं की कीमत की तुलना की।
रैंकिंग के शीर्ष पर एशिया और यूरोप का वर्चस्व है, स्विस शहरों के साथ जिनेवा और ज्यूरिख और डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन भी दुनिया के सबसे महंगे स्थानों में से एक है। इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के 2019 के विश्वव्यापी निर्वाह व्यय (कॉस्ट आफ लिविंग) सर्वेक्षण के मुताबिक पेरिस, सिंगापुर और हांगकांग दुनिया के सबसे महंगे शहरों में शामिल हैं. जबकि, रहने के लिहाज से दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरू सबसे सस्ते शहरों में शामिल हैं.
‘सीएनएन’ ने सालाना सर्वेक्षण के हवाले से कहा कि सूची में शीर्ष पर (महंगे होने की दृष्टि से) तीन शहर पेरिस, सिंगापुर और हांगकांग हैं.
इस सर्वे में 133 शहरों में 150 चीजों की कीमत का आंकलन किया गया. स्विट्जरलैंड का ज्यूरिख चौथे स्थान पर है. स्विट्जरलैंड का ही जेनेवा और जापान का शहर ओसाका पांचवे स्थान पर हैं.
दक्षिण कोरिया का सियोल, डेनमार्क का कोपेनहेगन और अमेरिका का न्यूयॉर्क संयुक्त रूप से सातवें स्थान पर हैं. सबसे महंगे शहरों में 10वा स्थान अमेरिका के लॉस एंजिल्स और इजरायल के तेल अवीव का है.
दुनिया के सबसे सस्ते शहरों में कराकस (वेनेजुएला), दमिश्क (सीरिया), ताशकंद (उज्बेकिस्तान), अलमाटी (कजाकिस्तान), करांची (पाकिस्तान), लागोस (नाइजेरिया), ब्यूनस आयर्स (अर्जेटीना) और भारत के शहर बेंगलुरू, चेन्नई और दिल्ली शामिल हैं.