नैशनल पैंथर्स पार्टी (एन पी पी) के सरबराह भीम सिंह को आज पीर दस्तगीर के मज़ार वाक़्य ( मौजूद्) खान्यार में दाख़िल नहीं होने दिया गया । इस मज़ार में 25 जून को आग लगने का वाक़िया पेश आया था जिस में मज़ार जल गया था। प्रोफेसर सिंह ने बताया कि वो इस ज़यारत गाह के मुआइना के लिए ही जम्मू से श्रीनगर आए थे ।
उन के साथ एन पी पी के दूसरे सीनीयर साथी भी थे। उन्होंने कहा कि हमें मज़ार तक जाने ही नहीं दिया गया । रास्ते में ही पुलिस वाले हमें सर्किट हाऊस ले गए जहां हमें ज़ेर-ए-हिरासत रखा गया ।
एन पी पी के सरबराह ने इल्ज़ाम लगाया कि पीर दस्तगीर के मज़ार में आतिशज़दगी ( आग) से साज़िश की बू आती है। लिहाज़ा उस की अदालती छानबीन की जाए। उन्होंने इस मुक़द्दस ( पवित्र ) मुक़ाम को बचाने में नाकामी के लिए नैशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस की मख़लूत ( मिली जुली) हुकूमत को ज़िम्मेदार ठहराया।
उन्होंने ये वार्निंग भी दी कि अगर रियास्ती हुकूमत जोडीशील छानबीन में नाकाम रही तो वो सुप्रीम कोर्ट से रुजू कर सकते हैं ।