पैगम्बर मुहम्मद (PBUH) के बारे में टिप्पणी करने पर मंत्री की हुई छुट्टी

मिडिल ईस्ट: दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बोलते वक़्त यह बिलकुल नहीं सोचते कि बात को किस हद्द तक कहा जाना चाहिए। ऐसा ही कुछ हुआ यूनान के न्याय मंत्री अहमद अल-ज़ेन्द के साथ जिन्होंने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान पैगम्बर मुहम्मद को कैद करने की बात कह डाली।

दरअसल हुआ यूँ कि अहमद एक प्राइवेट न्यूज़ चैनल में एक डिस्कशन के दौरान अपने विरोधियों को जवाब दे रहे थे। इसी दौरान इंटरव्यू लेने वाले जोउर्नलिस्ट ने उनसे पूछ लिया कि “क्या वो जर्नलिस्टों को भी जेल में डाल देंगे?” जिसका आनन फानन में जवाब देते हुए अहमद ने कहा: ” चाहे वह पैगम्बर मुहम्मद ही क्यों न हों” लेकिन इसके तुरंत बाद अपनी गलती सुधारते हुए उन्होंने कहा-” बिना किसी औहदे की परवाह किये वो हर किसी को जेल में दाल देंगे जो कानून के खिलाफ जाएगा”

चाहे अहमद ने इंटरव्यू में अपनी गलती सुधार ली लेकिन देश के प्रधान मंत्री उनकी पैगम्बर मुहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी बिलकुल नहीं भायी जिसके चलते दो दिन बाद ही उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया।

हालाँकि सरकार के इस फैसले का देश के जजों ने खुलकर विरोध किया है और कहा है कि ऐसा बयान किसी से भी गलती से दिया जा सकता है। यह बयान अहमद ने जान बूझकर नहीं दिया था, बस उनसे गलती से ऐसा कहा गया।