नई दिल्ली: देश के जाने माने वकील और पूर्व कानुन मंत्री राम जेठमलानी का कहना है कि पैगम्बर मुहम्मद की शक्शियत और उनके दिखाए रास्ते से वह बहुत प्रभावित हैं और यही वजह है कि वह इस्लाम और इस्लाम को मानने वाले लोगों से इतना करीबी रिश्ता रखते हैं। यह बात यहाँ अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को माइनॉरिटी स्टेटस देने की मांग का समर्थन करने पहुंचे जेठमलानी ने कही।
जेठमलानी ने कहा कि “इस्लाम में तालीम देने को लेकर जो बातें और हिदायतें दी गयी हैं वह आज के वक़्त के हिसाब से भी बिलकुल ठीक बैठती हैं और ऐसी नायाब सोच के मालिक पैगम्बर मुहम्मद की वह दिल से कदर करते हैं”।
इसके इलावा उन्होंने अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को माइनॉरिटी स्टेटस देने की मांग का समर्थन देते हुए कहा कि यह बात किसी से छुपी हुई है कि मैं एक हिन्दू हूँ लेकिन मैं इस यूनिवर्सिटी को बनाने वाले सर सईद अहमद खान की मैं इज़्ज़त करता हूँ जिन्होंने इस कड़ी का पहला कॉलेज जिसका नाम एंग्लो-मोहम्मदन कॉलेज रखा गया था खोला था। वही एंग्लो-मोहम्मदन कॉलेज आज अलीगढ यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता है। अलीगढ यूनिवर्सिटी मुसलमानों की तरफ से मुसलमानों को तालीम देने के लिए बनायी गयी थी।
इसके इलावा जेठमलानी ने कहा कि उन्होंने सभी मजहबों के बारे में पढ़ा है लेकिन सिर्फ इस्लाम में वह बात है सबको अपनी तरफ खींचती है और सही राह दिखाती है।