कुरान पैगाम देती है कि रमजान के महीने में इफ्तार की दावत दी जाए जिसके पीछे की वजह अमीर और गरीब का फर्क मिटाने की कोशिश और जब इफ्तार की दावत दी जाती है तो इसमें अमीर के साथ गरीब भी शरीक होते हैं, जिससे ऊंच और नीच का फर्क कम होने के साथ साथ भाईचारा भी बढ़ता है।