पैट्रोल की क़ीमत में फ़ी लीटर 3 रुपय इज़ाफे़ का इमकान

नई दिल्ली 14 सितंबर (पी टी आई) सरकारी मिल्कियत वाली तेल कंपनीयों ने पैट्रोल की क़ीमत में फ़ी लीटर 3 रुपय इज़ाफ़ा करने पर ग़ौर किया है क्योंकि डालर के मुक़ाबले में रुपय की क़दर घट गई है। इस से ख़ाम तेल की दरआमद पर आने वाली लागत में इज़ाफ़ा होगा। तेल फ़रोख़त करने वाले रीटेलर्स को फ़ी लीटर 2.61 रुपय का नुक़्सान हो रहा है,या पैट्रोल की फ़रोख़त पर रोज़ाना 15 करोड़ रुपय का ख़सारा हो रहा है। मुक़ामी टैक्स के अख़राजात आइद करने के बाद पैट्रोल की आलमी क़ीमतों में बेतहाशा इज़ाफ़ा होगया है इस लिए फ़ी लीटर पैट्रोल पर तक़रीबन 3 रुपय इज़ाफ़ा किया जाएगा। गुज़श्ता साल जून में पैट्रोल को हुकूमत के कंट्रोल से आज़ाद किया गया था, पकवान गैस की क़ीमत में भी इज़ाफे़ का इमकान है।
पकवान गैस क़ीमतों में इज़ाफ़ा पर आज ग़ौर
डीज़ल की क़ीमतों को फ़िलहाल सरकारी कंट्रोल से आज़ाद नहीं किया जाएगा: चतुर्वेदी
मुंबई । 14 सितंबर (पी टी आई) ऑयल सैक्रेटरी जी सी चतुर्वेदी ने आज कहा कि हुकूमत अगरचे डीज़ल की क़ीमत से सरकारी कंट्रोल बर्ख़ास्त करदेना चाहती है लेकिन इफ़रात-ए-ज़र की शरह में कमी और मआशी तरक़्क़ी की शरह में काबुल लिहाज़ इज़ाफ़ा तक ऐसा नहीं किया जा सकेगा। मिस्टर चतुर्वेदी ने आफ़ शोर इंडिया कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि तख़मीना यही है कि अगर डीज़ल की क़ीमत को सरकारी कंट्रोल से आज़ाद करदिया जाय तो इस से इफ़रात-ए-ज़र की शरह में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा। चुनांचे जब तक इफ़रात-ए-ज़र की शरह में कमी और मआशी तरक़्क़ी की शरह में इज़ाफ़ा का यक़ीन ना होजाए। ऐसा क़दम नहीं उठाया जा सकता। चुनांचे डीज़ल की क़ीमत पर कंट्रोल का मौजूदा तरीका-ए-कार बरक़रार रहेगा, लेकिन ये तवील मुद्दती अमल नहीं होगा। एलपी जी (पकवान गैस) की क़ीमतों में इज़ाफ़ा के बारे में मिस्टर चतुर्वेदी ने कहा कि वुज़रा के बाइख़तियार ग्रुप का इजलास कल मुनाक़िद होगा, जिस में एलपी जी क़ीमतों में इज़ाफ़ा के सवाल पर तबादला-ए-ख़्याल किया जाएगा