मध्यप्रदेश: पथोलोजी लैब में 2000 के नकली नोट छापने के आरोप में पैथोलॉजी लैब ऑपरेटर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामला शहडोल का है जहां पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली नोटों के अलावा छपाई करने वाला स्कैनर मशीन और प्रिंटर सहित अन्य सामान भी जब्त किया है.
प्रदेश 18 के अनुसार, पुलिस ने बताया कि ऑटोमोबाइल के काम से जुड़े अमित राय नामक युवक ने शनिवार की रात चमड़िया पेट्रोल पंप पर दो हजार रुपये के नकली नोट चलाते हुए पकड़ा गया. उसने तीन सौ रुपये का पेट्रोल डलवाने के बाद दो हजार के नकली नोट थमाया था. नोट देख पेट्रोल पंप कर्मचारियों को शक हुआ तो उसने इस बारे में अपने साथियों को बताया, जो कि अमित को पंप पर ही रोक लिया और पुलिस को सूचना दी. पोलिस ने मौके पर पहुंच कर अमित से सख्ती से पूछताछ की तो उसने नकली नोट चलाने को मान लिया. उनहोंने बताया कि उसे यह नोट पैथोलॉजी लैब चलाने वाले रवि गुप्ता ने दिया है.
अमित के बयान के आधार पर पुलिस ने पैथोलॉजी लैब की तलाशी ली तो वहां कंप्यूटर में स्कैन किए दो हजार रुपये के नोट की एक प्रति मिल गई. स्कैन किये नोट और अमित के पास से मिले नोटों का नंबर मिलाया गया, तो दोनों के नंबर एक ही था, हालांकि सारे सबूतों के बावजूद रवि पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया.
दरअसल इस मामला का खुलासा तब हुआ जब पैथोलॉजी की तलाशी ली गई और उस दौरान, उसी नंबर का नोट डस्टबिन में मिला. हुआ यूं कि छापने के दौरान एक नोट की संख्या सही ढंग से न छपा इसी कारण रवि ने उस नकली नोट को फाड़कर डस्टबिन में फेंक दिया था, और वही नोट ने सारी काली चिटठा खोल कर रख दिया.