छत्तीसगढ के केशकाल में एक अजीबो-गरीब बच्ची पैदा हुई है। यह बच्ची लोगों के बीच दिलचस्प का मौजू बनी हुई है। हालात ऐसा हो गया है कि इस बच्ची को देखने के लिए लोगों की भीड़ अस्पताल में उम़ड रही है। बच्ची इंसानी ज़ात से बिल्कुल अलग ही जिस्म लेकर पैदा हुई है।
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सात माह की बच्ची में खुसूसियत ये है कि उसका रंग हरा और जिस्म में कछुए की तरह धारीदार शक्ल बनी हुई है। यही नहीं, उसका सिर भी मुकम्मल तौर पर तैयार नहीं है। उसकी आंखें पूरी तरह से लाल हैं, कान नहीं है। यहां तक कि उसके जिस्म के कई हिस्से डेवलप नहीं हैं, वहीं कुछ हिस्से जरूरत से ज्यादा डेवलप हो चुके हैं।
बच्ची के मुंह का हिस्सा डेवलप हो चुका है, जबकि कान डेवलप नहीं हो सके हैं, आंखें भी पूरी तरह से नहीं बन पाई है जिससे यह पूरी तरह से लाल दिखाई पड रही है।
कोई उसे देवी का अवतार बता रहा तो कोई एलियन (दूसरे सय्यारे का इंसान) का दर्जा दे रहा है। डाक्टरों ने साफ साफ लफ्ज़ो में कह दिया है कि यह कोई एलियन नहीं है और न ही कोई भगवान का अवतार। ये बच्ची एक संगीन बीमारी हरक्वीलीन से मुतास्सिर है।
चाइल्ड स्पेश्लिस्ट डा. बी.आर. भगत का कहना है कि हरक्वीलीन नामी एक सिंड्रोम होता है। इस सिंड्रोम की वजह से चलते इस तरह की हरक्वीलीन बच्ची पैदा होती है। उनका कहना है कि लाखों में से इस तरह के एक केस देखने में मिलता है। उनका कहना है कि अगर बच्ची के वालिदैन तैयार हों तो उसे रायपुर के मेडिकल कालेज में लाकर माहिरीन की तरफ से उस पर स्टडी कर उसकी बिमारी का पता लगाया जा सकता है। वहीं उन्होंने बताया कि इस तरह की बच्चियों के बचने का बहुत ही कम उम्मीद रहती है।