वजीरे आला रघुवर दास रियासत में जुर्म की हालत पर जम कर बरसे। प्रोजेक्ट भवन में पीर को दाखिला महकमा की तजवीज इजलास के दौरान उन्होंने कहा पुलिस अफसर सुधर जायें, नहीं तो हम सुधार देंगे। उन्होंने जुर्म पर कंट्रोल के लिए पुलिस अफसरों को 15 दिनों का वक़्त दिया।
कहा कई पुलिस अफसर पैसे बनाने में लगे हैं। ऐसे लोगों की जायदाद जब्त की जायेगी। मुङो मुसलसल तौर से शिकायत मिलती रहती है कि थाने बिना पैसे और पैरवी के काम नहीं करते। उन्होंने पुलिस अफसरों से पूछा आप लोगों को आखिर कितना पैसा चाहिए। कहीं यह पैसा ही आप लोगों को भारी नहीं पड़ जाये। थानेदार से लेकर डीजीपी तक की जायदाद की जांच होगी।
इजलास में वजीरे आला ने कहा यह समझ में नहीं आता कि मठाधीश थानेदारों से पुलिस अफसरों को क्या मुहब्बत है। अफसर कहते हैं कि अच्छे थानेदार हैं। अगर थानेदार अच्छे हैं, तो फिर क्राइम कंट्रोल क्यों नहीं होता। जो परफॉर्म नहीं कर रहा है, उन्हें हटाएं।
पुलिस अफसरों से उन्होंने कहा किसी पुलिस अफसर पर हुकूमत की तरफ से दबाव नहीं है। पैरवी, तबादले में घूसखोरी बंद है, पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है, फिर भी क्राइम कैसे बढ़ रहा है। अब क्या उपाय करें, आपलोग ही बतायें। फ्री हैंड दिये हैं, तो रिजल्ट भी चाहिए।
चीफ़ सेक्रेटरी राजीव गौबा, कमिश्नर आरएस पोद्दार, दाखिला महकमा के अपर चीफ़ सेक्रेटरी एनएन पांडेय, वजीरे आला के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी संजय कुमार, वजीरे आला के सेक्रेटरी सुनील कुमार वर्णवाल, पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय, डीजी होमगार्ड आशा सिन्हा, एडीजी जैप कमल नयन चौबे, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एसएन प्रधान, एडीजी ट्रेनिंग अनिल पाल्टा समेत दीगर अफसर इजलास में मौजूद थे।