नई दिल्ली: प्याज़ की क़ीमतें आसमान को छू रही हैं और ये क़ीमतें अवाम को रुला रही हैं ऐसे में हुकूमत प्याज़ का पेस्ट और पावडर बनाने का मन्सूबा बना रही है। वज़ीर अग़्ज़िया हरीशमथ सिंह बादल ने एक तदबीर पेश की है जिसके ज़रिये बावरीचीख़ाने की एक अहम शए पावडर और पेस्ट की शक्ल में बनाने का मश्वरा दिया है।
मौसमे बरसात के दौरान प्याज़ की क़िल्लत के बाइस पैदा होने वाली सूरत-ए-हाल से निमटने के लिए अवाम को चाहिए कि वो सस्ती प्याज़ के दिनों में इस का ज़ख़ीरा करके पेस्ट और पावडर बना लें। उनका एहसास है कि प्याज़ की क़ीमतें साल भर की तिजारत के दौरान बढ़ती और कम होती हैं और मानसून के दौरान इस में शदीद इज़ाफ़ा होता है लिहाज़ा सारिफ़ीन को चाहिए कि बढ़ती क़ीमतों से बचने के लिए वो प्याज़ की ज़ख़ीराअंदोजी करते हुए उसका पेस्ट बना लें।
इस वक़्त मुल्क में प्याज़ की होलसेल क़ीमत 60 रुपये फ़ी किलोग्राम है और रीटेल मार्किट में तक़रीबन 80 रुपये फ़ी किलोग्राम फ़रोख़त हो रही है। वज़ीर फ़ूड प्रोसेसिंग ने इस तदबीर के साथ प्याज़ की क़िल्लत से निमटने की तजवीज़ भी रखी है। महाराष्ट्र के लासल गाँव में जो प्याज़ की मार्किट का सबसे बड़ा एशियाई मर्कज़ है , फ़ी किलोग्राम7 रुपये दस्तयाब है। यहां पर प्याज़ की क़ीमत में मज़ीद इज़ाफे का अंदेशा है। प्याज़ की पैदावार में कमी के बाइस ये सूरत-ए-हाल पैदा हुई है। हुकूमत प्याज़ की पैदावार को बढ़ाने के लिए फ़ी एकऱ् एक करोड़ रुपये की सब्सिडी देने तैयार है।