प्याज़ की क़ीमत 100 रुपये फ़ी किलो तक भी पहूंच सकती है

हैदराबाद 26 अगसट: प्याज़ की क़ीमतों में होलनाक इज़ाफे का रुजहान बदस्तूर बरक़रार है और ठोक फ़रोशी के मार्किट पर गहिरीनज़र रखने वाले तजज़िया निगारों ने कहा हैके प्याज़ की क़ीमत जो पिछ्ले 5,000 ता 5,500 रुपये फ़ी कोंटल थीं, रवां हफ़्ता 6,500 ता 7,000 रुपये तक पहूंच गईं और अंदेशा हैके आइन्दा हफ़्ता या उस के बाद फ़ी कोंटल प्याज़ की क़ीमतें आसमान छूने लगेंगी और रीटेल मार्किट में 100 रुपये कीलो की क़ीमत पर प्याज़ फ़रोख़त हो सकती है बल्कि इस (क़ीमत) में मज़ीद इज़ाफ़ा भी हो सकता है।

प्याज़ की आसमान छूती क़ीमतों पर कंट्रोल के लिए रियासती हुकूमत की तरफ़ से अगरचे कई इक़दामात किए गए हैं लेकिन बाज़ार में प्याज़ की क़ीमत और मामूल की तलब में तफ़ावुत इस क़ीमत में मुसलसिल इज़ाफे की बुनियादी वजह है। तेलंगाना ज़रई कमीशन की एडीशनल डायरेक्टर मार्किटिंग लक्ष्मी बाई ने कहा हैके ठोक बाज़ार में प्याज़ की दस्तयाबी दिन बह दिन कम होती जा रही है जिसके पेश-ए-नज़र प्याज़ की क़ीमतों में भारी इज़ाफ़ा हो सकता है और अंदेशा हैके आइन्दा हफ़्ता प्याज़ की क़ीमत 100 रुपये फ़ी कीलो तक पहूंच जाएगी।

तेलंगाना में नाकाफ़ी बारिश से अगरचे तक़रीबन तमाम ही फ़सलें बुरी तरह मुतास्सिर हुई हैं लेकिन प्याज़ की क़ीमतों में इज़ाफ़ा ना सिर्फ तेलंगाना बल्कि बिलख़सूस महाराष्ट्रा में नाकाफ़ी बारिश अहम वजह है।

क्युंकि प्याज़ की पैदावार में महाराष्ट्रा सर-ए-फ़हरिस्त है जहां इस साल मामूल से बहुत कम बारिश के सबब कई हिस्सों में ख़ुशकसाली के बादल मंडला रहे हैं।

महाराष्ट्रा के ज़िला नासिक से सारे मुल्क को प्याज़ सरबराह की जाती है जिसके सबब नासिक को प्याज़ की क़ौमी मार्किट की एहमीयत भी हासिल है।