नई दिल्ली। राजस्थान सरकार और अग्रणी शिक्षा प्रदाता जीईएमएस एजुकेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन’ का उद्घाटन करते हुए जावड़ेकर ने कहा, “आजादी से पहले देश की साक्षरता दर 18 फीसदी थी।
उन्होंने कहा कि आज यह 80 फीसदी से ऊपर हो चुकी है और मैं गारंटी देता हूं कि अगले पांच वर्षो में यह 100 फीसदी हो जाएगी। मतलब देश में कोई निरक्षर नहीं रह जाएगा।”
जावड़ेकर ने कहा, “कक्षा 6 से कक्षा 12 के विद्यार्थियों को इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वे अपने परिजनों, दादा-दादी और नाना-नानी तथा परिवार में अन्य निरक्षर व्यक्तियों को ज्ञान बांट सकें। ये बच्चे ही उनके लिए गुरु होंगे।”
उन्होंने कहा, “और इस तरह हम देश से निरक्षरता को जड़ से खत्म कर देंगे।” जावड़ेकर ने साथ ही यह भी कहा कि साक्षरता सिर्फ लिखना-पढ़ना भर नहीं है, बल्कि ढेर सारा ज्ञान हासिल करना है। हमारी प्राथमिकता शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है।