सी बी आई की एक ख़ुसूसी अदालत ने बी जे पी क़ाइद अमीत शाह के ख़िलाफ़ तुलसी राम प्रजापति नक़ली एनकाउंटर मुक़द्दमा ख़ारिज करने की दरख़ास्त की समाअत मुल्तवी करदी जबकि मुक़द्दमा ख़ारिज करने की दरख़ास्त इमकान है कि 25 जून को समाअत के लिए पेश की जाएगी।
क़ब्लअज़ीं 20 जून को मुक़द्दमे की बाक़ायदा समाअत होगी। अमित शाह इमकान है कि मुक़द्दमा की इस पेशी में शख़्सी तौर पर हाज़िरॱएॱ अदालत होंगे। अदालत ने 9 मई को अमित शाह को समन जारी किए थे जो बी जे पी के एक जनरल सेक्रेटरी हैं और गुजरात के साबिक़ वज़ीर-ए-ममलकत बराए दाख़िला थे।
मुक़द्दमे के दीगर मुल्ज़िमीन का मुक़द्दमा समाअत के लिए गुजरात मुंतक़िल कर दिया गया है। सी बी आई ने अमित शाह और दीगर 18 अफ़राद बिशमोल कई पुलिस ओहदेदारों पर गुजरात सितंबर में इस मुक़द्दमे के सिलसिले में फ़र्द-ए-जुर्म आइद किया था। सी बी आई के बमूजब सुहराबुद्दीन शेख़ जिस के बारे में दावा किया गया था कि पाकिस्तानी लश्कर-ए-तैबा से इस के ताल्लुक़ हैं।
उसकी बीवी कौसर बी को गुजरात के इंसदाद-ए-दहश्त गर्दी एसको एड ने अग़वा करलिया था, जबकि वो हैदराबाद से महाराष्ट्र के शहर सांगली जा रहे थे और मुबय्यना तौर पर नवंबर 2008 में गांधी नगर के क़रीब एक फ़र्ज़ी एनकाउंटर में उन्हें हलाक कर दिया गया था। एनकाउंटर के ऐनी शाहिद तुलसी राम प्रजापति को पुलिस ने चापरी देहात ज़िला बनास कुंठा रियासत गुजरात में दिसम्बर 2006 में एक फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक कर दिया था। अमित शाह उस वक़्त रियासती वज़ीर-ए-दाख़िला थे और मुबय्यना तौर पर दोनों फ़र्ज़ी एनकाउंटरस की साज़िश में मुलव्विस थे।