रांची पुलिस ने पीर को फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइ कार्ड, इन्कम, तर्ज़ अमल, पैदाइश मौत के सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। कोतवाली पुलिस ने छापेमारी कर गिरोह के सरगना मुन्ना कुमार राय समेत सात अफराद को गिरफ्तार किया है। तमाम की गिरफ्तारी कचहरी अहाते और करमटोली वाक़ेय प्रज्ञा सेंटर से हुई है।
कैसे हुआ इंकशाफ
कोतवाली इंस्पेक्टर अरविंद सिन्हा को खुफिया इत्तिला मिली की कचहरी और करमटोली के आइएमए इमारत के सामने वाक़ेय प्रज्ञा सेंटर में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और पैदाइश-मौत सर्टिफिकेट बनाने का कारोबार चल रहा है। इत्तिला की बुनियाद पर उन्होंने सादे लिबास में पुलिस अहलकारों को दोनों मुकामात पर सर्टिफिकेट बनाने के लिए भेजा। इत्तिला की तसदीक़ होने के बाद उन्होंने टीम के साथ कचहरी वाक़ेय कंप्यूटर सेंटर और प्रज्ञा सेंटर में छापा मारा और गिरोह का पर्दाफ़ाश किया। मुल्ज़िमान को गिरफ्तार करने के बाद सिटी एसपी मनोज रतन ने मीडिया को इसकी जानकारी दी।
क्या-क्या हुआ बरामद
एक लैपटॉप, 30 सरकारी अफसरों के दस्तखत पर मुश्तमिल मुहर, मुखतलिफ़ लोगों के नाम बने सौ वोटर आइडी, 90 ड्राइविंग लाइसेंस, 10 ज़ात सर्टिफिकेट के सादे फॉर्म, 20 पैदाइश सर्टिफिकेट, 40 आमदनी सर्टिफिकेट, 45 रिहायसी सर्टिफिकेट, मुंसिपल कॉर्पोरेशन का मुहर, बैंक फॉर्म, ट्रेजरी चालान फॉर्म, इंश्योरेंस फॉर्म, पासबुक फॉर्म और दीगर सामान।