अहमदाबाद: एक ऐसे समय जब देश के करोड़ों लोग नोट परिवर्तन के लिए बैंकों पर कई घंटे तक लंबी कतारों में ठहरने के लिए अपनी मजबूरी में व्यस्त हैं कि इस दौरान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां 97 वर्षीय हरिबा भी गांधी नगर में अपने गांव के एक बैंक पहुंच गईं और अन्य नागरिकों की तरह रद्द नोटों को नए नोटों से बदल करवाएं।
हीराबेन अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ एक पहिया चीर द्वारा आज सुबह गांव राईसान ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स पहोनचें जहां वह 4,500 रुपये के नोटों का विनिमय करवाएं। वह 500 रुपये के 9 नोटों के साथ वहां पहुंची थीं और एक खेत की खानापूर्ति करवाने के बाद राशि परिवर्तन के लिए आवेदन फार्म पर अपने अंगूठे का निशान लगाते किया।
हीराबेन ने 2000 रुपये का नया नोट वहाँ उनके इंतेजार संवाददाताओं को दिखाया। संवाददाताओं ने उन्हें घेर लिया और प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की। हीराबेन गांधीनगर के बाहरी इलाके राईसान में नरेंद्र मोदी के छोटे भाई पंकज के साथ रहती हैं। मोदी ने इस साल 17 सितंबर को अपने जन्मदिन के मौके पर वहां पहुंच कर अपनी माँ का आशीर्वाद लिया था।
प्रधानमंत्री की मां बिल्कुल सीधी सादी जीवन बिताते हैं और कुछ दिन पहले उन्होंने ऑटो रिक्शा से यात्रा करते हुए गांधीनगर के सरकारी दवाख़ाना पहुंच कर सामान्य चिकित्सा निरीक्षण करवाया था।