नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भले ही देश के पीएम बनना उनके लिए सबसे बड़ा पल हो, लेकिन उन्हें पुरे विश्व के लोग तब जाना जब वे नोटबंदी जैसा कठोर फैसला लिया.
गूगल ट्रेंड के आंकड़े के अनुसार मई 2014 में जब वे देश के प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्हें गूगल पर इतना नहीं खोजा गये थे जितना कि नोटबंदी के ऐलान के बाद खोजे गए. बता दें कि उन्होंने वर्ष 2016 के 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी जिससे देश में 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन अवैध हो गया था. इससे देश की कुल नगद का 86 फीसदी बाजार से गायब हो गया था. जिससे पूरे देश में अफरा तफरी मच गई और इसको लेकर कई महीनों तक आम जनजीवन को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा.
हिंदुस्तान की खबरों के मुताबिक आंकड़ों से यह साफ पता चलता है कि प्रधान मंत्री मोदी के पीएम बनने के बाद उनके द्वारा ऐसा कोई खास काम नहीं किया गया जिससे चर्चा में आते, उनका चर्चा में आने का एक मात्र कारण था ‘नोटबंदी’ जिससे उन्हें पुरी दुनिया के लोग खोजने का प्रयास किया कि कौन है ये महापुरुष जिनकी वजह से लोग भूखे मर रहे हैं, खुद के ही पैसे के लिए कई दिनों तक आमलोगों को लाईन लगना पड़ रहा है.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 8 नवम्बर को प्रधान मंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी का फैसला लिया गया था, जिसमे 1000 और 500 के नोटों का चलन अवैध हो गया था. इसके बाद देश में इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गई साथ ही देश की स्थिति काफी दैनीय होने चली थी.
बता दें कि इस फैसले की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी, कई बेटियों की तो शादी भी टूट गई थी. इसके अलावा हजारों लोगों को अपनी नौकरी भी गवानी पड़ी थी.