प्रधानमंत्री से डरना देश के लोकतंत्र के लिए तकलीफदेह है- अनुराग कश्यप

अनुराग कश्यप बॉलीवुड के एकलौते फिल्मकार है जो सोशल मीडिया से लेकर पब्लिक प्लेटफॉर्म तक बिना लाग लपेट खुल कर अपनी बात कहने के लिए जाने जाते है। कई बार उनको इसका खामियाजा भी उठावा पड़ता है। हाल ही में उन्होंने पद्दावती के सेट में संजय लीला भंसाली को पीटने के मामले में खुलकर अपना पक्ष रखा था। अनुराग कश्यप ने भंसाली को पीटने वालों को हिंदु-कट्टरपंथी करार दिया था और मौजूदा सरकार के ऐसे लोगों के खिलाफ उदासीनता पर भी सवाल किया। जिसके बाद से ही ट्वीटर में हिंदु कट्टरपंथियों ट्रोल के निशाने पर है। इसी कड़ी में अनुराग कश्यप ने अपने फेसबुक अकाउंट में एक पोस्ट लिखी है, जिसमें देश के मौजूदा हालात और मोदी सरकार पर गहरी चोट की है। अनुराग ने लिखा कि यह ट्रोल मुझे डरा नहीं सकता। मैंने हमेशा से सवाल करना सीखा है और मैं अपने सवाल करने के अधिकार का हमेशा इस्‍तेमाल करुंगा।

अनुराग कश्यप की फेसबुक पोस्ट का हिंदी तर्जुमा-

मैं कई मुद्दों पर तब से अवाज उठा रहा हूं जब से यह बिना चेहरे और आवाज की लोग सोशल मीडिया पर एक भीड़ बन कर नहीं होते थे। फर्क नहीं पड़ता आप क्‍या कहते हैं या करते हैं, आप मुझको गाली दे सकते है या शारीरिक हमले कर सकते हैं, लेकिन मैं हमेशा उसके विरोध में आवाज उठाउंगा जो मुझे गलत लगती है।

बचपन मे मुझे बताया गया था कि हमें अपनी सरकार से सवाल करने का हक है, इसलिए मैं वही कर रहा हूं। जब मैं स्टूडेंट था तो उस वक्त इस देश के पीएम वीपी सिंह थे , वैसे ही जैसे कभी कांग्रेस और बीजेपी के होते हैं। मैने उस दौर में पढ़ा था कि प्रधानमंत्री इस देश का प्रमुख होता है इसलिए उससे बिना डरे, सवाल किया जा सकता है, जवाब मांगा जा सकता है, बहस की जा सकती है क्योंकि हमने उसको पीएम के लिए सेलेक्ट किया है ना कि उसने हमको। वह इस देश के नागरिकों का नुमाइंदा भर है। लेकिन जब हम उससे डरना शुरु कर दे तो ये तकलीफदेह होगा। इज्जत ना ही मांग कर हासिल किया जा सकता और ना ही छिनकर इज्जत को कमाया जाता है। मुझे अपने संवैधानिक अधिकार पता है और आगे भी इसका मैं बाखूबी इस्तेमाल करता रहूंगा।