प्रधान मंत्री की स्वतंत्रता दिवस भाषण पर शिवसेना की आलोचना

मुंबई: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस भाषण पर आलोचना करते हुए शिवसेना ने आज चैलेंज किया कि केंद्र सरकार दस्तूर की दफ़ा 370 रद्द कर दे ताकि राष्ट्रव्यापी स्तर से लोग‌ कश्मीर जा सकें और वहां के जनता को गले लगा सकें। लाल क़िला की फ़सील से कल स्वतंत्रता दिवस भाषण करते हुए मोदी ने कहा था कि ”ना गाली से समस्या सुलझने वाली है, ना गोली से समस्या सुलझेगी, हर कश्मीरी को गले लगाने से”।

आज पार्टी प्रवक्ता “समना” के एक अभिन्न शैली में आज कहा गया है कि किसी को भी आज से पहले ये ख़्याल क्यों नहीं आया, हैरत की बात‌ है। इस प‌र अमल कैसे किया जाये। कानून की धारा 370 रद्द कर दी जानी चाहिए ताकि जनता देश से स्तर तक यात्रा कर सके और वहां लोगों को गले लगा सके।

यह संपादकीय में कहा गया है कि देश के स्तर पर धर्म का प्रभुत्व है, जो न सिर्फ मुसलमानों बल्कि हिंदुओं के भी है। गौ रक्षा के नाम पर हिंदू समुदाय के कुछ संप्रदाय हिंसक और चरमपंथी हैं। उन्हें केवल उन्हें चेतावनी देने के लिए पर्याप्त नहीं है शिवसेना ने आगे सवाल पूछा कि क्यों सरकार ने उन लोगों के खिलाफ कोई कठोरता नहीं ली, जिन्होंने वंदे मातरम गाने से इनकार कर दिया।

नोटों की रद्दीकरण और जीएसटी के कार्यान्वयन जैसी सख्ती बरती गई थी, वैसी वंदे मातरम के सहसंबंध के लिए क्यों नहीं बरती जाती। प्रधानमंत्री ने विदेशी बैंकों से काला धन देश में वापस लाने और हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का यकीन दिया था, हमें विश्वास है कि अगले दो साल में ऐसा किया जाएगा।