प्रस्ताव पारित- पश्चिम बंगाल का नाम अब बंगाली में “बांग्ला और अंग्रेजी में बंगाल” होगा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बंगाली में ‘बांग्ला’ करने और अंग्रेजी में ‘बंगाल’ करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हुआ, हालांकि कांग्रेस, वाममोरचा व भाजपा ने राज्य का एक साथ दो नाम रखने का प्रस्ताव का विरोध किया. कांग्रेस व वाम मोरचा ने इसके खिलाफ विधानसभा से वाकआउट किया. अब इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा जायेगा और लोकसभा में पारित होने के बाद ही नाम परिवर्तन संभव हो जायेगा. विधेयक पारित होने के बाद मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की और प्रस्ताव को शीघ्र ही पारित करवाने का अनुरोध किया.

संसदीय कार्यमंत्री पार्थ चटर्जी ने नियमावली 169 के तहत यह प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव में कहा गया कि राज्य का नाम बंगाली में ‘बांग्ला’, अंग्रेजी में ‘बंगाल’ होगा. इस प्रस्ताव पर हुई बहस में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा : बांग्ला नाम की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि है. मुझे ‘बंगो’ नाम पर कोई दिक्कत नहीं है. मुझे यह पसंद हैं तथा साहित्यक व सांस्कृतिक रूप से यह नाम महत्वपूर्ण है, लेकिन ज्यादातर लोग ‘बांग्ला’ नाम चाहते हैं. अंग्रेजी में यह ‘बंगाल’ होगा ताकि पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ कोई भ्रम नहीं हो.