हुकूमत ने प्राईवेट मेडीकल कॉलेजेस को प्राईवेट इंट्रेंस इम्तेहानात के इनेक़ाद की इजाज़त फ़राहम करते हुए मेडीकल नशिस्तों के फ़रोख़्त की राहें हमवार करदी हैं। रियासती हुकूमत की जानिब से जारी कर्दा अहकामात के मुताबिक़ 35 फ़ीसद मैनेजमेंट कोटा की नशिस्तों पर इंट्रेंस मुनाक़िद करते हुए दाख़िले फ़राहम करने की इजाज़त देदी है लेकिन हुकूमत की जानिब से फ़राहम कर्दा इस इजाज़त ने प्राईवेट मेडीकल कॉलेज इंतेज़ामीया को खुली छूट फ़राहम करदी है और मेडीकल कॉलेजेस की जानिब से मनमानी नशिस्तों की फ़रोख़्त का सिलसिला शुरू हो चुका है।
हुकूमत ने इन अहकामात की इजराई के ज़रीए मेरिट की बुनियादों पर इंट्रेंस इम्तेहान में कामयाबी हासिल करने वाले तलबा को दाख़िले फ़राहम करने की इजाज़त दी है लेकिन इंट्रेंस इम्तेहान से क़ब्ल ही बी ज़मुरा की नशिस्तों पर दाख़िलों का अमल मुश्तबा हो चुका है और शफ़्फ़ाफ़ियत की बरक़रारी दुशवार कुन नज़र आ रही है।
700 एम बी बी एस नशिस्तों पर दाख़िलों के लिए इंट्रेंस इम्तेहानात से क़ब्ल बराए फ़रोख़्त का बोर्ड आवेज़ां नज़र आ रहा है और कॉलेज इंतेज़ामीया मनमानी कीमतों में नशिस्तों की फ़रोख़्त को यक़ीनी बना रहे हैं।
माहिरीन के बामूजिब हुकूमत की जानिब से फ़राहम कर्दा अपने तौर पर इंट्रेंस के इनेक़ाद की इजाज़त ने मेडीकल कॉलेज इंतेज़ामीया को बी ज़मुरा की नशिस्तें मनमानी कीमतों में फ़रोख़्त करने की छूट फ़राहम करदी है और इंट्रेंस का इनेक़ाद जब कॉलेजेस ही करने लगेंगे तो ये बात कैसे मुम्किन हो सकती है कि सलाहियत की बुनियाद पर तलबा को दाख़िले दीए जाएं।