गांधी ख़ानदान के अरकान की ज़िंदगीयों को ख़तरात लाहक़ मख़सूस प्रोटोकोल पर अमल आवरी
हुकूमत ने आज वाज़िह तौर पर कहा कि प्रियंका गांधी और उन के शौहर रॉबर्ट वाड्रा को दी गई इस्तिस्ना से दसतबरदारी इख़तियार नहीं की जाएगी। एयरपोर्टस पर सिक्योरिटी चैक के मामूल से इन दोनों को इस्तिस्ना दी गई है। ये अरकान जहां कहीं सफ़र करेंगे उन को सिक्योरिटी चैक के दाख़िले से गुज़रना नहीं पड़ेगा।
हुकूमत के एक सीनियर ओहदेदार ने कहा कि किसी भी फ़र्द को सिक्योरिटी उस की ज़िंदगी को लाहक़ ख़तरा की बुनियाद पर फ़राहम की जाती है जबकि गांधी ख़ानदान के अरकान को शदीद ख़तरात लाहक़ होते हैं। उनकी सिक्योरिटी को यक़ीनी बनाना ज़रूरी होता है।
सिक्योरिटी एजैंसीयां बाज़ ख़ास प्रोटोकोल पर अमल करती हैं जिस में वक़्तन फ़वक़तन तबदीली आती है। फ़िलहाल प्रियंका गांधी को ख़ुसूसी प्रोटकशन दी गई है उन्हें एयरपोर्ट पर मामूल की सिक्योरिटी चैक से इस्तिस्ना दिया गया है जबकि उन के शौहर रॉबर्ट वाड्रा को एयरपोर्टस पर अगर वो तन्हा सफ़र करते हूँ तो जामा तलाशी से गुज़रना पड़ेगा अगर वो अपनी अहलिया प्रियंका गांधी के साथ सफ़र करते हैं तो अगरचे का उन्हें कोई ख़ास सिक्योरिटी तहफ़्फ़ुज़ हासिल भी ना हो तो मामूल की सिक्योरिटी चैक से इस्तिस्ना दिया जाएगा।
मीडिया की इन रिपोर्टस के बाद हुकूमत ने वाड्रा को दी गई इन रियायतों को वापिस लेने का इरादा किया है और इस पर प्रियंका गांधी ने एस पी सरबराह लालू प्रसाद को मकतूब लिख कर उन्हें और उनके अरकाने ख़ानदान को एयरपोर्टस पर की मामूल की सिक्योरिटी चैक इस्तिस्ना को वापिस लेने की ख़ाहिश की है तो हुकूमत ने वज़ाहत की कि फ़िलहाल प्रियंका गांधी की सिक्योरिटी को वापिस नहीं लिया जा रहा है ।
जो शख़्सीतं एस पी जी तहफ़्फ़ुज़ की हामिल होतीं हैं और जिन्हें सिक्योरिटी फ़राहम की गई हैं उन्हें वापिस नहीं लिया जाएगा । मर्कज़ी विज़ारत-ए-दाख़िला में मोतमिद की जानिब से तलब करदा आला इख़तियारी कमेटी के इजलास में सिक्योरिटी का जायज़ा लिया गया । फ़र्द-ए-वाहिद या वुज़रा को दी जा रही सिक्योरिटी पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया।
ख़तरात के अंदेशों के पेशे नज़र एस पी जी तहफ़्फ़ुज़ दिया जाता है ओरया कमेटी का फ़ैसला होता है कि किस को सिक्योरिटी दी जाये और किस की सिक्योरिटी हटाली जाये। प्रियंका गांधी ने अपने मकतूब में ये भी कहा था कि वाड्रा को असफ़हरिस्त में शामिल करने का फ़ैसला साबिक़ एस पी जी सरबराह की मर्ज़ी के मुताबिक़ था और दिल्ली पुलिस ने भी ये तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया था इस केलिए कोई दरख़ास्त नहीं दी गई थी जिन्हें बादअज़ां हक़ीक़त से वाक़िफ़ भी करवाया गया था।
लिहाज़ा हुकूमत ने अब ग़ौर वख़ोज़ि कर के फ़ैसला किया कि वाड्रा का नाम सिक्योरिटी चैक इस्तिस्ना की फ़हरिस्त से ख़ारिज कर दिया जाये तो में आप को ये इत्तेला देती हूँ कि मेरे बच्चों के लिए भी ये दुरुस्त नहीं होगा कि वो एयरपोर्टस पर सिक्योरिटी चैक इस्तिस्ना हासिल करें।इस मसले को सियासी रंग देने की ज़रूरत नहीं।