नई दिल्ली: प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में शामिल होने का संकेत दिए हैं। वाड्रा ने एक ताज़ा फेसबुक पोस्ट में कहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग केस से नाम हटने के बाद वह देशवासियों की सेवा में बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं।
वाड्रा ने कहा, ‘वर्षों की सीख और अनुभव ऐसे बेकार नहीं जाना चाहिए। इसे बेहतर तरीके से उपयोग के किया जाना चाहिए। एक बार मेरे ऊपर लगे सभी आरोप हट जाएं, तो मैं बड़े स्तर पर लोगों की सेवा में लगूंगा।’
वाड्रा ने अपने इस पोस्ट में लिखा, ‘देश के लोगों ने इस तौर-तरीके को जान लिया है और उन्हें पता चल गया है कि इन आरोपों में कोई दम नहीं है। लोग मेरे पास आते हैं और मेरे अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं। जिन बच्चों को मैंने मदद पहुचाई है, उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा और मजबूती पाई। दृष्टिहीन बच्चों के स्कूल, मदर टेरेसा मिशन, अनाथालयों, अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर मैं जाता रहा और अस्पताल-मंदिरों के बाहर भूखे लोगों को खाना खिलाया।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने जिन बच्चों की मदद की, उनसे सीखकर मैंने खुद को मजबूत बनाए रखा। दृष्टिहीन स्कूल से लेकर मदर टेरेसा अभियान, अनाथालयों में सेवा करने से लेकर विभिन्न आस्था और पूजास्थलों में जाने से लेकर, अस्पतालों और मंदिरों के बाहर मौजूद भूखों को खाना खिलाने तक। आपदा प्रबंधन और केरल, नेपाल और दूसरे स्थानों पर मदद भेजने तक। यह मेरे लिए संतुष्ट करने वाले और सीखने योग्य अनुभव थे।’
वाड्रा ने इस दौरान सरकार को कहा कि, एक दशक से ज्यादा वर्षों से उनके नाम का उपयोग मुद्दों को भटकाने के लिए किया जा रहा है। इससे पहले वाड्रा शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांचवीं बार इडी के सामने पेश हुए। इस दौरान उनसे 5 घंटे तक पूछताछ की गई।