प्रोफेसर अज़‌हर देहलवी को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सामाजिक संगठन, अंजुमन महबान वतन की ओर से केंद्रीय कार्यालय स्थित दरियागंज में प्रोफेसर अज़‌हर देहलवी के निधन पर शोक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें अंजुमन महबान वतन के महासचिव जमील अंजुम देहलवी व अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। जमील अंजुम देहलवी प्रोफेसर अजहर देहलवी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने शोक शब्द में कहा कि अल्लाह ताला इनकी मग़फ़िरत अता फ़रमाए।

प्रोफेसर अब्दुलवुदूद  अजहर देहलवी ज्ञान और साहित्य के गहवारा थे। उनका जन्म 9 अगस्त 1936 में हुई और 30 सितंबर 2016 को वह अपने  मालिक-ए-हक़ीक़ी से जा मिले । उनके निधन से ज्ञान और सांस्कृतिक दुनिया में एक खुला पैदा हवावा है । जिसका होना असंभव है। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर अजहर देहलवी को भारत में ही नहीं अफगानिस्तान और अन्य देशों में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा प्रोफेसर साहब की शिक्षा आरंभ जामिया मिलिया से हुई और जाकिर हुसैन कॉलेज में ग्रेजुएशन के बाद जाकिर हुसैन कॉलेज के ही व्याख्याता रहे।

उन्होंने ईरान से पीएचडी की और उन्हें 1988 में राष्ट्रपति भारत वेंकटरमन ने राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया। प्रोफेसर अब्दुल वदूद अजहर देहलवी ग़ालिब अकैडमी,  उर्दू अकैडमी और क्रेसेंट स्कूल दरियागंज और जाफराबाद के संस्थापकों में थे।