राजकोट : गुजरात के राजकोट में एक भयावाह मामला सामने आया है। जहां एक बेटे ने अपनी बूढ़ी मां को सिर्फ इसलिए छत से धक्का देकर मार डाला कि वह उनकी बीमारी से तंग आ चुका था। मां-बाप अपनी संतानों के लिए क्या नहीं करते, अपनी पूरी जिंदगी बच्चों के लिए कुर्बान कर देते हैं, दूसरी ओर कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो बुढ़ापे में मां-बाप की देखभाल तो छोड़ो, उनकी जान तक लेने से नहीं हिचकिचाते।
राजकोट के वीके मेडिकल फार्मेसी कॉलेज के सहायक प्रोफेसर संदीप नथवानी ने अपनी बीमार मां जयश्री बेन नथवानी को घर के चौथे माले से नीचे फेंक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। जयश्री बेन ब्रेन हेमरेज से पीड़ित थी और उनके इलाज व उनकी सेवा से संदीप नथवानी कथित रूप से परेशान हो गया था। पुलिस ने तीन महीने पहले के इस मामले को पहले आत्महत्या मानकर फाइल बंद दी थी। लेकिन एक गुमनाम चिट्ठी ने सारा राज खोल दिया। पुलिस ने मामले की दोबारा पड़ताल शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की तो असलियत सामने आ गई। फुटेज में दिखा कि मृत जयश्रीबेन बीमारी की वजह से चलने में असमर्थ हैं और उनका बेटा संदीप सीढ़ियां चढ़ने में उनकी मदद कर रहा है और सहारा दे रहा है।
जब जयश्रीबेन की मेडिकल रिपोर्ट्स और हेल्थ रिकॉर्ड्स की जांच की गई, तो खुलासा हुआ कि वह अपने पैरों पर चलने की हालत में नहीं थीं और ऐसे में करीब ढाई फीट ऊंची रेलिंग पारकर उनका आत्महत्या करना संभव नहीं था। अधिकारियों ने बताया कि जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई, तो वह टूट गया और बताया कि वह अपनी मां की खराब सेहत से थक गया था और इसलिए उसने अपनी मां को मारने का फैसला किया।
राजकोट के जोन – 2 के डीसीपी ने कहा है कि संदीप नथवानी पर अपार्टमेंट की छत पर नीचे अपनी मां को फेंकने का आरोप है, हम सीसीटीवी फुटेज को वेरीफाइ कर रहे हैं, हम उसे अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर एक बार गिरफ्तार करेंगे। इस संबंध में की गई जांच में अपार्टमेंट के सीसीटीवी फुटेज में आखिरी बार संदीप अपनी मां जयश्री को लेकर छत पर जाते हुए दिखता है, लेकिन जब वह छत से वापस लौट कर आ रहा होता है, तो अकेला दिखता है। इसके बाद दोनों का कोई वीडिया फुटेज नहीं दिख रहा है। इससे यह शक गहरा हुआ है कि संदीप ने अपनी मां को छत से नीचे फेंक दिया और फिर ऊपर से नीचे अकेले आ गया।