प्रोफेसर सिराजुल हसन, फैज़ान मुस्तफा और डॉक्टर असलम परवेज़ के नाम ज़ेरे ग़ौर

मर्कज़ी हुकूमत मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनीवर्सिटी के नए वाइस चांसलर के ओहदा पर 3 माहिरीन तालीम के नामों पर ग़ौर कर रही है। वज़ारत फ़रोग़ इंसानी वसाइल की जानिब से तशकील दी गई सर्च कमेटी ने हुकूमत को तीन नामों की सिफ़ारिश की है।

मर्कज़ी हुकूमत के बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ सर्च कमेटी ने जिन नामों की सिफ़ारिश की इन में प्रोफेसर सिराजुल हसन डायरेक्टर इंस्टीट्यूट ह्यूमन रिसोर्स डेवलप्मेन्ट बैंगलौर, प्रोफेसर फैज़ान मुस्तफा वाइस चांसलर नलसार यूनीवर्सिटी ऑफ़ लॉ हैदराबाद और डॉक्टर असलम परवेज़ प्रिंसिपल ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज शामिल हैं।

सर्च कमेटी ने 100 से ज़ाइद दरख़ास्तों और अपने तौर पर माहिरीन तालीम की ख़िदमात का जायज़ा लेते हुए मज़कूरा तीन नामों को क़तईयत दी है। ज़राए ने बताया कि गुज़िश्ता हफ़्ता ये तीन नाम मर्कज़ी हुकूमत को रवाना कर दिए गए।

नामों के साथ साथ इन शख्सियतों की तालीमी ख़िदमात और इंतेज़ामी सलाहियतों की तफ़सीलात भी रवाना की गईं। प्रोफेसर सिराजुल हसन मुख़्तलिफ़ शोबों में अपनी तहक़ीक़ी सरगर्मियों के बाइस एक नामवर साईंसदाँ की हैसियत से अपनी शनाख़्त रखते हैं।

उन के इलावा दीगर दो शख्सियतों ने भी मुख़्तलिफ़ यूनीवर्सिटीज़ और शोबों में कारहाए नुमायां अंजाम दीए हैं। बताया जाता है कि उन्हों ने मीआद की तकमील और मुक़र्ररा उम्र की हद गुज़रने के बावजूद बाअज़ अफ़राद की मीआद में इज़ाफ़ा की सिफ़ारिश की है।